सिख संगत के लिए खास खबर, मिलेगी ये स्पेशल सर्विस
सिख तीर्थ यात्री हिस्टोरिकल गुरुद्वाराज मोबाइल ऐप से यात्रा को और सुलभ और यादगार बना सकेंगे। मोहाली के रहने वाले 49 वर्षीय नरिंदर सिंह भंगू ने हिस्टोरिकल गुरुद्वाराज मोबाइल ऐप तैयार किया है। 18 वर्ष से अधिक समय तक देशभर के 1,225 गुरुद्वारों की यात्रा कर ऐप को विकसित किया है। स्थानीय इतिहास की पुष्टि कर सुनिश्चित किया है कि हर स्थल का इतिहास सटीक रूप से संरक्षित है। उनका मकसद सिख इतिहास को सभी के लिए सुलभ बनाना है।
उन्होंने बताया कि यह ऐप नेविगेशन टूल से कहीं बढ़कर है। 2006 के बाद से नरिंदर ने पूरे भारत के गुरुद्वारों की यात्रा की, उनकी हर ऐ तिहासिक और आध्यात्मिक बारीकियों को देखा, जिसके बाद यह डिजीटल प्लेटफार्म तैयार किया। ऐप में ऐतिहासिक गुरुद्वारा में ऑस्ट्रेलिया के भाई निशान सिंह की विशेष सामग्री शामिल है। वीडियो कथाओं के माध्यम से हर गुरुद्वारे के इतिहास और महत्व को जीवंत करते हैं, अनदेखी बारीकियों और छिपे अवशेषों पर प्रकाश डालते हैं, और सिख विरासत की गहरी समझ प्रदान करते हैं। ऐप फिलहाल अंग्रेजी में उपलब्ध है। पंजाबी और हिंदी में भी जल्द उपलब्ध हो जाएगी। ऐप भक्तों, शोधकर्त्ताओं और यात्रियों के लिए समान रूप से सुलभ बनाता है। खास बात यह है कि यह आस-पास के ऐतिहासिक गुरुद्वारों के लिए वास्तविक समय में सुझाव देने की क्षमता रखता है।
पाकिस्तान के ऐतिहासिक स्थल किए जाएंगे शामिल
नरिंदर ने बताया कि भविष्य में पाकिस्तान, श्रीलंका, बांग्लादेश और उससे आगे के सिख ऐतिहासिक स्थल शामिल किए जाएंगे, जो गुरु नानक देव और बाबा दीप सिंह जैसे सिख गुरुओं और नायकों की यात्राओं का पता लगाएंगे। उनका लक्ष्य सिख समुदाय के हर कोने का मानचित्र बनाना है ताकि सुनिश्चित हो सके कि कोई भी पवित्र स्थल न भूला जाए। इसके लिएसिख विद्वानों, इतिहासकारों और शोधकर्ताओं के साथ सहयोग दे सकते हैं, ताकि सिख धर्म की विरासत जीवंत बनी रहे और भविष्य की पीढ़ियों के लिए अच्छी तरह से संरक्षित रहे।