सीएम धामी ने कहा- उत्तराखंड में जल्द लागू होगा स्पोर्ट्स लीगेसी प्लान

उत्तराखंड को खेलभूमि के रूप में स्थापित करने के लिए सरकार स्पोर्ट्स लेगेसी प्लान लागू करने जा रही है। इसके तहत आठ प्रमुख शहरों में 23 खेल अकादमियों की स्थापना की जाएगी। इनमें हर साल 900 विश्वस्तरीय एथलीट और एक हजार अन्य खिलाड़ी उच्च स्तरीय प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने यह बात शुक्रवार को गौलापार अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम में एशियन कैडेट कप के शुभारंभ के दौरान कही।
गौलापार में फेंसिंग के अंडर 17 टूर्नामेंट एशियन कैडेट कप का उद्घाटन करते हुए कहा कि देश में पहली बार एशियन तलवारबाजी की मेजबानी का अवसर देवभूमि को मिला है। यह उत्तराखंड के लिए गौरव की बात है। सरकार ने 517 करोड़ से अत्याधुनिक स्टेडियम बनाने के साथ ही 100 करोड़ की लागत से खेल उपकरण लाकर उत्तराखंड में विश्वस्तरीय स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित किया है। इसी का परिणाम है कि उत्तराखंड केवल राष्ट्रीय ही नहीं बल्कि अंतरराष्ट्रीय खेल प्रतियोगिताओं के आयोजनों के लिए महत्वपूर्ण स्थान बन रहा है। इसका उदाहरण यह एशियन कैडेट कप है।
बताया कि हल्द्वानी में उत्तराखंड का प्रथम खेल विश्वविद्यालय और लोहाघाट में महिला स्पोर्ट्स कॉलेज स्थापित किया जा रहा है। प्रदेश में लागू नई खेल नीति में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पदक विजेता खिलाड़ियों को आउट ऑफ टर्न सरकारी नौकरी प्रदान की जा रही है। चार फीसदी खेल कोटा बंद था, उसे फिर से लागू किया गया है।
पंतनगर एयरपोर्ट को बनाएंगे अंतरराष्ट्रीय
सीएम ने कहा कि प्रदेश में खेलों को बढ़ावा देने के निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। उत्तराखंड खेलों का हब बने इसके लिए काम किया जा रहा है। खिलाड़ियाें को यहां बेहतर सुविधाएं मिलें, इसके लिए यहां बड़े होटलों का निर्माण जरूरी हो गया है। देवभूमि में खिलाड़ियों को बेहतर सुविधाएं मिले इसके लिए नई ट्रेनें चलाने की तैयारी है। पंतनगर हवाईअड्डे को अंतरराष्ट्रीय बनाने की ओर काम किया जा रहा है। इस संबंध में उड्डयन मंत्रालय में बात हुई। जल्द ही अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट का शिलान्यास होगा।
खुद रहे सजग और दूसरों को करें जागरूक
मुख्यमंत्री धामी ने स्टेडियम में मौजूद खिलाड़ियों व दर्शकों से पर्यावरण और जल संरक्षण के प्रति सजग रहकर दूसरों को भी जागरूक करने की अपील की। सीएम ने युवाओं को नशे से दूर रहने के लिए भी कहा। उन्होंने भारत माता की जय के नारे से संबोधन शुरू किया। आवाज नहीं आने पर उन्होंने आयुक्त से माइक की आवाज सही कराने के लिए कहा।