उत्तर प्रदेश: शाहजहांपुर के बड़े कारोबारी नेता और पुत्रवधू की मौत

शाहजहांपुर के मोहल्ला गदियान पंचशील तिराहा निवासी कारोबारी चंद्रपाल की बहू को डेंगू हो गया था। परिजन उसे उपचार के लिए दिल्ली ले गए थे। ठीक होने पर उसे घर ला रहे थे। गजरौला हाईवे पर एंबुलेंस हादसे का शिकार हो गई। इसमें कारोबारी नेता और उसकी बहू की मौत हो गई। घायलों को उपचार के लिए स्थानीय अस्पताल पहुंचाया गया है।
गजरौला हाईवे के फ्लाईओवर पर निजी एंबुलेंस के डिवाइडर से टकरा जाने के कारण उसमें सवार शाहजहांपुर के मोहल्ला गदियान पंचशील तिराहा निवासी मेडिकल स्टोर संचालक चंद्रपाल (55) पुत्र भूधर लाल और उनकी पुत्रवधू शिल्पी (28) पत्नी सर्वेश चंद्र की मौत हो गई। उनके दो बेटों सहित छह लोग घायल हो गए।
तीन घायलों को निजी अस्पताल में जबकि पांच को सीएचसी में ले जाया गया। चंद्रपाल को देखते ही मृत घोषित कर दिया, शिल्पी ने जिला अस्पताल में दम तोड़ दिया। जान गंवाने वाले प्रदेश सरकार के वित्त मंत्री सुरेश खन्ना के परिचित हैं। शाहजहांपुर के पंचशील तिराहा निवासी मेडिकल स्टोर संचालक चंद्रपाल व्यापारी नेता हैं।

वह वित्त मंत्री सुरेश खन्ना के मोहल्ले में ही रहते हैं। उनका बेटा सर्वेश चंद्र वन विभाग में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी है। सर्वेश चंद्र की 28 वर्षीय पत्नी शिल्पी को कई दिन पूर्व बुखार आया। उसे डॉक्टरों ने डेंगू बताया। जिस पर परिजनों ने उसे मुरादाबाद में भर्ती कराया। यहां भी सुधार नहीं हुआ तो परिजन उसे दिल्ली ले गए।

वह निजी अस्पताल में भर्ती कराई। मगर शिल्पी की हालत खतरे में देख चिकित्सकों ने हाथ खड़े कर दिए। परिजन प्राइवेट एंबुलेंस से घर लौट रहे थे। एंबुलेंस को दिल्ली का प्रवेश चला रहा था। एंबुलेंस में शिल्पी के साथ उनके ससुर चंद्रपाल, पति सर्वेश चंद्र, देवर विवेक, परिवार की ही कांति देवी पत्नी बुद्धन, प्रदीप और सचिन सवार थे।

मंगलवार तड़के साढ़े चार बजे गजरौला थाना क्षेत्र को पार कर एंबुलेंस रजबपुर थाना क्षेत्र में यकबगड़ी के सामने हाईवे के फ्लाईओवर पर पहुंची थी। बताया जा रहा है कि इस बीच एंबुलेंस के चालक को नींद की झपकी आ गई। जिससे एंबुलेंस डिवाइडर से जा टकराई। जिससे उसका चालक प्रवेश और उसमें सवार सभी लोग घायल हो गए।

हादसे की सूचना पाकर ईएमटी अक्षांत और चालक कौशल सरकारी एंबुलेंस को लेकर मौके पर पहुंचे। पुलिस भी पहुंच गई। घायलों सर्वेश, सचिन, एंबुलेंस चालक प्रवेश को तुरंत गजरौला के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया जबकि प्रदीप, कांति देवी, शिल्पी, विवेक और चंद्रपाल को सीएचसी में लाया गया।

चंद्रपाल को देखते ही मृत घोषित कर दिया गया। बाकी को जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। शिल्पी ने जिला अस्पताल में उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। रात में ही वित्त मंत्री सुरेश खन्ना को हादसे की सूचना मिली तो उन्होंने तुरंत मंडी धनौरा विधायक राजीव तरारा को फोन किया।

मंत्री के परिचितों का हादसा होने के बाद पुलिस और प्रशासनिक अफसर सक्रिय हुए। एसडीएम राजीव राज व सीओ श्वेताभ भास्कर तुरंत निजी अस्पताल में पहुंचे और घायलों का हाल चाल जाना। विधायक राजीव तरारा ने भी घायलों का हाल चाल जाना। सीओ श्वेताभ भास्कर ने बताया कि हादसे में ससुर और पुत्रवधू की मौत का मामला सामने आया है।

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