क्या दुनिया में फैल सकती है महामारी?
दुनिया में मिस्र की प्राचीन सभ्यता सबसे अधिक मशहूर है, जिसे विशाल वास्तुकला और समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के लिए जाना जाता है। मिस्र की प्राचीन सभ्यता की सालों से चर्चा होती आ रही है। हालांकि, इस सभ्यता को भी अलग-अलग तरह के संक्रामक रोगों का सामना करना पड़ता था। हाल ही एक शोध में हैरान करने वाली जानकारी सामने आई है। इस शोध में बताया गया है कि मिस्र के लोग चेचक, तपेदिक और कुछ कुष्ठ रोग जैसी बीमारियों से पीड़ित थे।
मिस्र के 20वें राजवंश के चौथे फिरौन रामेसेस पंचम का एक मामला सामने आया है। इसके ममीकृत शरीर पर चेचक के साफ निशान हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने आधिकारिक तौर पर साल 1980 में दुनिया भर में चेचक के उन्मूलन का एलान किया था। लेकिन क्या इसकी संभावना है कि अब मिलने वाली ममी चेचक या किसी अन्य बीमारी को फिर पैदा कर सकती हैं?
कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय के प्राचीन परजीवी प्रयोगशाला के निदेशक पियर्स मिशेल का इसके बारे में कहना है कि अब संभव होना बहुत मुश्किल है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, उन्होंने बताया कि अगर कोई जिंदा होस्ट शरीर नहीं है, तो परजीवियों की अधिकतर प्रजातियां एक या दो साल में मर जाती हैं। अगर 10 साल से अधिक बीत गए तो सबकुछ खत्म हो जाएगा। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ (NIH) हेल्थ में नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन के मुताबिक, चेचक जैसे पॉक्सवायरस सिर्फ जीवित मेजबान की कोशिकाओं में प्रजनन कर सकते हैं।
कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय के प्राचीन परजीवी प्रयोगशाला के निदेशक पियर्स मिशेल का इसके बारे में कहना है कि अब संभव होना बहुत मुश्किल है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, उन्होंने बताया कि अगर कोई जिंदा होस्ट शरीर नहीं है, तो परजीवियों की अधिकतर प्रजातियां एक या दो साल में मर जाती हैं। अगर 10 साल से अधिक बीत गए तो सबकुछ खत्म हो जाएगा। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ (NIH) हेल्थ में नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन के मुताबिक, चेचक जैसे पॉक्सवायरस सिर्फ जीवित मेजबान की कोशिकाओं में प्रजनन कर सकते हैं।
क्या फैल सकता है कुष्ठ रोग?
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ की तरफ से बताया गया है कि तपेदिक और कुष्ठ रोग की वजह बनने वाले बैक्टीरिया को भी जिंदा रहने के लिए जीवित मेजबान की जरूरत होती है। कुष्ठ रोग के फैलने के लिए किसी बीमार व्यक्ति के साथ लंबे समय तक संपर्क में रहना होता है, क्योंकि इस बीमारी की वजह बनने वाले बैक्टीरिया धीरे-धीरे अपनी आबादी बढ़ाते हैं। एक अन्य कारण ममी से किसी बीमारी के होने की संभावना को कम करता है, जो है डीएनए का क्षरण।
फैल सकती है बीमारी?
मिशेल ने बताया कि विश्लेषण से जानकारी मिलती है कि इन परजीवियों के डीएनए के सभी टुकड़े छोटे हैं। अच्छी, लंबी, स्वस्थ डीएनए चेन के स्थान पर यह सिर्फ 50 से 100 जोड़े हैं। ऐसा प्रतीत हो रहा है कि सभी कुछ काट दिया गया हो, क्योंकि डीएनए खराब होकर टूट रहा है।
अगर एक बार डीएनए टूट जाता है, तो कुछ भी नहीं हो सकता है। हालांकि, आंतों के कीड़े दूसरे जीवों की तुलना में अधिक समय तक जिंदा रह सकते हैं। सभी को मेजबान की आवश्यकता नहीं होती है। लेकिन यह भी चिंता की कोई बात नहीं हैं।