बाल सुधार गृह से चार बच्चों के भागने के मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नाराजगी व्यक्त की…
मेरठ के बाल सुधार गृह से चार बच्चों के भागने के मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नाराजगी व्यक्त की है। इसके साथ ही उन्होंने इस मामले की जांच का आदेश भी दिया है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस प्रकरण की तत्काल जांच कराने का आदेश देने के साथ शीघ्र रिपोर्ट मांगी है।
मेरठ के बाल सुधार गृह से युवाओं के फरार होने के मामले में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जांच के आदेश दिए हैं। इसके साथ ही बाल सुधार गृह के केयरटेकर और अन्य कर्मचारियों को निलंबित कर दिया गया है। मेरठ के इस बाल सुधार गृह से शनिवार रात चार किशोर भाग गए थे।
मेरठ के जिलाधिकारी ने राजकीय बाल सम्प्रेक्षण गृह (बालक) सूरजकुंड से शनिवार को तीन बालकों के फरार होने की घटना को गंभीरता से लिया है। उन्होंने इस घटना की मजिस्ट्रीयल जांच के आदेश दिए हैं। जांच एडीएम सिटी महेश चंद्र शर्मा करेंगे। एक सप्ताह के अंदर वह जांच रिपोर्ट डीएम को सौंपेंगे। इसके साथ ही वहां तैनात दो होमगार्डों मोहित व जल सिंह के निलंबन की संस्तुति करते हुए जिला कमांडेंट को कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
इस मामले में घोर लापरवाही मानते हुए वहां के प्रभारी अधीक्षक एवं केयर टेकर प्रकाश चंद्र के खिलाफ भी अनुशासनात्मक कार्रवाई की संस्तुति की है। घटना की रात वह राजकीय बाल गृह में मौजूद ही नहीं थे। इसके साथ ही चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी हरिराम के खिलाफ भी इस मामले में घोर लापरवाही बरतने पर उसके विरुद्ध भी निलंबन व विभागीय कार्रवाई की संस्तुति की है। हरिराम ने इस घटना की जानकारी अपने उच्चाधिकारियों को नहीं दी। जिला प्रोबेशन अधिकारी शत्रुघ्न कन्नौजिया ने डीएम अनिल ढींगरा द्वारा की गई कार्रवाई की पुष्टि की है। कल राजकीय बाल सम्प्रेक्षण गृह के निरीक्षण के बाद डीएम ने शासन को भी इस मामले की रिपोर्ट भेज दी है।