मनी लॉन्ड्रिंग केस में ED आज फिर करेगा रॉबर्ट वाड्रा से पूछताछ
लंदन में कथित तौर पर मनी लॉन्ड्रिंग करके संपत्ति खरीदने के आरोपों का सामना कर रहे रॉबर्ट वाड्रा से प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) आज (9 फरवरी) फिर पूछताछ करेगा. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के बहनोई रॉबर्ट वाड्रा से ईडी ने गुरुवार को नौ घंटे तक लगातार दूसरे दिन पूछताछ की थी. वाड्रा पर आरोप है कि उन्होंने विदेश में अवैध रूप से संपत्ति खरीदने में मनी लॉन्ड्रिंग की है.
आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि वाड्रा को गुरुवार (7 फरवरी) को जांच में फिर से इसलिए शामिल होना पड़ा क्योंकि उनसे ब्रिटेन में कथित रूप से अचल संपत्तियां खरीदने के संबंध में और सवाल पूछे जाने थे. माना जाता है कि वाड्रा का ‘‘सामना’’ उन दस्तावेजों से कराया किया जो एजेंसी ने मामले की जांच के दौरान हासिल या जब्त किए हैं. उनमें फरार रक्षा डीलर संजय भंडारी से जुड़े दस्तावेज भी हैं.
आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि वाड्रा ने इस मामले के जांच अधिकारी के साथ दस्तावेज साझा किए थे और कहा था कि जब उन्हें और दस्तावेज प्राप्त होंगे तो उन्हें भी साझा किया जाएगा. वाड्रा से 6 फरवरी को इस मामले में पहली बार साढ़े पांच घंटे पूछताछ हुई थी. वाड्रा की ओर से मौजूद वकील ने बुधवार की रात कहा कि वाड्रा ने उनसे पूछे गए हर सवाल का जवाब दिया.
वाड्रा गुरुवार सुबह एसयूवी कार से मध्य दिल्ली के जामनगर हाउस स्थित ईडी कार्यालय पहुंचे थे. इससे एक घंटे पहले उनके वकीलों की टीम वहां पहुंच चुकी थी. दो घंटे की पूछताछ के बाद वह दोपहर के भोजन के लिए निकले और करीब एक घंटे बाद पूछताछ के लिए फिर पहुंचे थे. यह मामला लंदन में 12 ब्रायनस्टन स्क्वायर पर 19 लाख पाउंड की संपत्ति की खरीद में कथित रूप से धनशोधन के आरोप से संबंधित है. यह संपत्ति कथित तौर पर रॉबर्ट वाड्रा की है.
इस जांच एजेंसी ने अदालत से यह भी कहा था कि उसे लंदन की कई नई संपत्तियों के बारे में सूचना मिली है जो वाड्रा की है. उनमें 50 और 40 लाख पाउंड के दो घर तथा छह अन्य फ्लैट एवं अन्य संपत्तियां हैं. वाड्रा ने अवैध विदेशी संपत्ति से जुड़े आरोपों से इनकार किया है और आरोप लगाया कि राजनीतिक हित साधने के लिए उन्हें ‘‘परेशान’’ किया जा रहा है.
वाड्रा के वकील के टीएस तुलसी ने गुरुवार को ईडी कार्यालय के बाहर संवाददाताओं से कहा कि उनके मुवक्किल ने कोई गड़बड़ी नहीं की है. इस मामले के जांच अधिकारी समेत तीन ईडी अधिकारियों की एक टीम ने इन दो दिनों के दौरान वाड्रा से करीब दो दर्जन सवाल किए.
सूत्रों ने बताया कि उनका बयान धनशोधन रोकथाम अधिनियम की धारा 50 (तलब, दस्तावेजजों की पेशी और गवाही से संबंधित प्राधिकारों के अधिकार) के तहत दर्ज किया गया जैसा कि बुधवार को किया गया था.
ईडी के सामने वाड्रा की पेशी ने राजनीतिक रंग अख्तियार कर लिया हैं. कांग्रेस की महासचिव और पूर्वी उत्तरप्रदेश की प्रभारी नियुक्त की गयी उनकी पत्नी बुधवार को उनके साथ ईडी कार्यालय तक गयी गयी थीं. उसके बाद उन्होंने कांग्रेस मुख्यालय में अपना नया पद ग्रहण किया.
दिल्ली की एक अदालत ने दो फरवरी को वाड्रा को ईडी के सामने पेश होने और उसके साथ सहयोग करने को कहा था। वाड्रा ने इस धनशोधन मामले में अग्रिम जमानत के लिये अदालत का दरवाजा खटखटाया था. ईडी ने पिछले साल दिसंबर में इस मामले में छापा भी मारा था और वाड्रा से जुड़ी कंपनी स्काईलाईट हॉस्पिटैलिटी एलएलपी के कर्मचारी मनोज अरोड़ा और अन्य से पूछताछ की थी.
जांच एजेंसी ने अदालत से कहा था कि उसने अरोड़ा के खिलाफ पीएमएलए मामला दर्ज किया क्योंकि भंडारी के खिलाफ 2015 के कालाधन कानून के तहत आयकर विभाग द्वारा एक अन्य मामले की जांच के दौरान उसकी भूमिका सामने आई.
एजेंसी ने आरोप लगाया था कि लंदन की संपत्ति भंडारी ने 19 लाख पाउंड में खरीदी थी और उसके सौंदर्यीकरण पर करीब 65,900 पाउंड का खर्च आने के बावजूद उसे 2010 में उसी कीमत पर बेच दिया. वाड्रा से पूछताछ के मुद्दे पर भाजपा ने कांग्रेस पर हमला किया और आरोप लगाया कि उन्हें संप्रग शासन के दौरान पेट्रोलियम और रक्षा सौदों में रिश्वत मिली.
संभावना है कि वाड्रा बीकानेर में जमीन घोटाले से जुड़े धन शोधन के एक अन्य मामले में जयपुर में 12 फरवरी को ईडी के सामने पेश होंगे. राजस्थान उच्च न्यायालय ने उन्हें इस मामले में जांच ऐजंसी से सहयोग करने का निर्देश दिया है.