राम मंदिर निर्माण प्रक्रिया को विघ्नों से बचाने के लिए चल रहा वेद पाठ
भगवान श्रीराम की नगरी अयोध्या में भव्य और दिव्य मंदिर निर्माण को सभी विघ्न बाधाओं से बचाने के लिए आज अर्थात् देवोत्थानी एकादशी से जन्मभूमि के निकट वेद पाठ चल रहा है। महाराष्ट्र के विद्वान इस पाठ को संपन्न करा रहे हैं। यह पाठ 22 फरवरी तक चलेगा। पांच बटुकों की टोली प्रतिदिन इसे संपन्न कराती रहेगी। इसमें से दो वेदपाठी और तीन याग्निक है। प्रत्येक पंद्रह दिन में टोली बदल जाती है।
श्री सद्गुरू ग्रुप के अध्यक्ष यशवंत कुलकर्णी के निर्देशन में यह आयोजन चल रहा है। विद्वानों का कहना है कि सकारात्मकता का प्रसार करने और राम के समय की अयोध्या को स्थापित करने के लिए यह अनुष्ठान बहुत प्रभावी होगा। बटुक देवेंद्र परसर्निकर का कहना है कि इसमें सभी बटुक बिना दक्षिणा के सेवा भाव से आ रहे हैं। इसके अलावा ठाकुर जी को भी वेदों के मंत्र सुनाये जाते हैं।
हर शनिवार को किया जाता है हनुमानगढ़ी में अनुष्ठान
हर शनिवार को हनुमानगढ़ी में भी अनुष्ठान किया जाता है। बटुक देवेंद्र परसर्निकर ने बताया कि वेद अनुष्ठान का समय सुबह नौ से 12ः30 और शाम को 3ः00 से 6ः30 तक का है। इस कार्यक्रम में संघ के पदाधिकारी एवं विश्व हिंदू परिषद के महामंत्री और ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय, शहीद कोठारी बंधुओं की बहन पूर्णिमा कोठारी, नागपुर के महानगर संघचालक आदि इसमें भाग ले चुके हैं।
कई गर्भवती महिलाओं ने 22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर में प्रतिष्ठा समारोह के अवसर पर यहां एक सरकारी अस्पताल के डॉक्टरों से ‘सिजेरियन सेक्शन’ प्रसव कराने का अनुरोध किया है। कानपुर स्थित गणेश शंकर विद्यार्थी मेमोरियल मेडिकल कॉलेज (जीएसवीएम) के स्त्री रोग विभाग के डॉक्टरों ने बताया कि अनेक गर्भवती महिलाएं चाहती हैं कि 22 जनवरी को ही उनकी प्रसव प्रक्रिया पूरी हो, भले ही उनके प्रसव की तारीख 22 जनवरी से कुछ दिन पहले या बाद में क्यों ना हो।