इस मामले में शेर से भी आगे है भेड़िया!

भेड़िया कुत्तों की प्रजाति का एक बेहद चालाक और खूंखार जानवर होता है। भेड़िये आमतौर पर तो जंगलों में रहते हैं मगर अक्सर इन्हें रिहायशी इलाकों में छुपकर डेरा डालते हुए देखा जाता है। वे अपनी बुद्धि, सामाजिक संरचना और शिकार करने की क्षमता के लिए जाने जाते हैं। विगत कुछ दिनों से उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले से भेड़ियों के हमले के कई मामले सामने आए हैं। जिनमें कई लोगों की मौत की खबरे भी सामने आई हैं। सरकार ने इन मामलों की गंभीरता को समझते हुए भेड़ियों को पकड़ने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन भी चलाया है। भेड़िये दिखने 4 से 5 फीट के होते हैं, मगर माना जाता है कि ये अपने से 10 गुना बड़े जानवर का शिकार भी आसानी से कर सकते हैं। भेड़िये उन चुनिंदा जानवरों में से हैं जिसे इंसान कभी अपना पालतू जानवर नहीं बना पाया है, यानी इस जानवर को आजतक इंसानों की गुलामी मंजूर नहीं रही है।

असल में, भेड़िया एक बहुत ही स्वाभिमानी जानवर होता है जो आमतौर पर झुंड के प्रति बहुत वफादार होता है। चाहें कितना भी ताकतवर जानवर हो अगर वो किसी एक भेड़िया पर भी हमला करता है तो पूरा झुंड मिलकर उससे मुकाबला करता है। मगर समाज में लोगों के दिमाग में भेड़ियों को लेकर एक अलग ही तस्वीर है।

चाहें “जंगल बुक” फिल्म हो या “गेम ऑफ थ्रोंस” की सीरीज हो, कई फिल्मों में भी भेड़ियों बहुत रहस्यमयी तरीके से दिखाया गया है। कभी भेड़ियों को भूतिया डर के प्रतीक के रूप में दिखाया गया है तो कभी पिशाच के रूप में दिखाया गया है, मगर भेड़िए इससे बिल्कुल अलग होते हैं। भेड़ियों के कई ऐसे रोचक तथ्य हैं जिनके बारे में बहुत कम लोगों को मालूम है, ऐसे में आइए इस लेख में भेड़ियों के बारे में विस्तार से जानते हैं। साथ ही ये भी जानेंगे कि आखिर भेड़िया इंसानों पर क्यों हमला करता है।

इस मामले में शेर से भी आगे है भेड़िया
सदियों से, भेड़ियों ने मानव कल्पना को प्रभावित किया है, और उन्हें अक्सर बुराई और रहस्यमय प्राणियों के रूप में चित्रित किया गया है। इंसानों ने आजतक दुनिया के लगभग सभी जानवरों से अपनी गुलामी कराई है, चाहें वो गाय हो या पालतू कुत्ता, यहां तक कि खूंखार शेर-चीता से लेकर जहरीले सांप तक को भी पालतू बनाया है। मगर भेड़िए उन चुनिंदा जानवरों में से हैं जिसे आज तक इंसानों की गुलामी स्वीकार नहीं की।

दरअसल, भेड़िये अपने समाज में अत्यंत ही सामाजिक प्राणी होते हैं, यही कारण है कि वो हमेशा झुंड में चलना पसंद करते हैं। ये आमतौर पर 5 से 20 भेड़ियों के झुंड में होते हैं। भेड़िये बड़े ही स्वाभिमानी प्रकृति के होते हैं। इनके झुंड पर किसी एक पर भी हमला करना पूरे झुंड पर हमला करने जैसा होता है, क्योंकि ये अपने झुंड में एक दूसरे के प्रति बहुत वफादार होते हैं। जीव विज्ञान के जानकारों की मानें तो भेड़ियों के बीच बॉन्डिंग इतनी मजबूत होती है कि ये अपने झुंड से बिछड़ना बिल्कुल नहीं पसंद करते हैं।

कैसा दिखता है भेड़िया?
भेड़ियों की शारीरिक बनावट उनके प्रजाति और जलवायु के अनुसार भिन्न हो सकती है। आमतौर पर, वे लंबे पैरों, लंबी पूंछ और नुकीले दांतों वाले होते हैं। उनका फर मौसम के अनुसार बदलता रहता है ताकि वे ठंड और गर्मी दोनों का सामना कर सकें। सर्दियों में, उनका फर घना और गर्म होता है, जबकि गर्मियों में यह पतला होता है। उनकी आंखें पीले या हरे रंग की होती हैं और उनकी सुनने की क्षमता बहुत तेज होती है।

भेड़िये कैसे करते हैं शिकार?
दुनिया भर में भेड़ियों की लगभग 27 प्रजातियां पाई जाती हैं। एक वयस्क नर भेड़िया 6.5 फीट तक लंबा हो सकता है और मादा भेड़िया की लंबाई 4.5 से 6 फीट तक हो सकती है। ये एक ऐसे जानवर होते हैं जिनके 42 दांत होते हैं। भेड़िये 36 से 38 मील प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ सकते हैं।

भेड़िए मांसाहारी होते हैं और ये विभिन्न प्रकार के जानवरों का शिकार कर सकते हैं, जैसे कि हिरण, खरगोश, और छोटे स्तनधारी जानवर। ये अक्सर समूह में योजना बनाकर शिकार करते हैं और इसके लिए अपनी तेज गति और धारदार दांतों का उपयोग करते हैं।

इंसानों पर क्यों हमला करता है भेड़िया?
आमतौर पर भेड़िये मनुष्यों से दूर रहना पसंद करते हैं और उन्हें शिकार के रूप में नहीं देखते। लेकिन फिर भी, कुछ दुर्लभ मामलों में भेड़ियों द्वारा मानवों पर हमले की खबरें आती रहती हैं। ऐसे हमलों के पीछे कई कारण हो सकते हैं:

भोजन की कमी
जब भेड़ियों के प्राकृतिक शिकार की कमी हो जाती है, तो वे भोजन की तलाश में मानव बस्तियों की ओर आ सकते हैं। खासकर जब वे घायल या बीमार होते हैं तो उन्हें भोजन की अधिक आवश्यकता होती है

क्षेत्रीय विवाद
अगर मानव किसी भेड़िये के क्षेत्र में घुस जाते हैं तो भेड़िए इससे असहज महसूस करते हैं, और अपने क्षेत्र की रक्षा के लिए हमला कर देते हैं।

रोग से ग्रसित भेड़िए
कई बार कुछ भेड़िये कुछ रोगों से ग्रस्त होते हैं, ऐसे में उनके सोचने समझने की शक्ति खत्म हो जाती है। ऐसे में भेड़िये आक्रामक व्यवहार दिखा सकते हैं।

मनुष्यों द्वारा उकसाया जाना
अगर मनुष्य भेड़िये को चिढ़ाने की कोशिश करते हैं या उसे डराते हैं तो अक्सर ऐसा होता है कि इंसानों पर भी हमला कर देते हैं।

Related Articles

Back to top button