घुटनों पर आया हिजबुल्ला, ईरान ने बुलाई यूएनएससी की बैठक
इजरायल लेबनान में हिजबुल्ला पर कहर बनकर टूट पड़ा है मानो आतंकवादियों को खत्म करके ही दम लेगा। लेबनान में इजरायल ने शनिवार को भी हवाई हमले किए जिसमें 33 लोग मारे गए और 195 से अधिक घायल गए। लेबनानी स्वास्थ्य मंत्रालय ने इसकी जानकारी दी। बड़ी बात तो ये है कि इजरायली रक्षा बलों (आईडीएफ) के सटीक हमले में हसन नसरल्लाह की मौत के बाद हिजबुल्ला घुटनों पर आ गया है, उसकी आगे की क्या कार्रवाईयां होंगी ये देखना होगा, क्योंकि इजरायल लगातार हिजबुल्ला लड़ाकों की जान ले रहा है।
ईरान ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक बुलाई
ईरान ने शनिवार को लेबनान और पूरे क्षेत्र में इजरायल की कार्रवाइयों पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक बुलाई, ईरान के संयुक्त राष्ट्र के राजदूत अमीर सईद इरावानी ने इजरायल द्वारा हिजबुल्ला नेता सैय्यद हसन नसरल्लाह को को मारने के बाद 15 सदस्यीय निकाय को एक पत्र लिखा।
उन्होंने लिखा कि इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ ईरान अपने राजनयिक परिसरों और प्रतिनिधियों पर राजनयिक और कांसुलर परिसरों की हिंसा के मूलभूत सिद्धांत के उल्लंघन में किसी भी हमले के खिलाफ दृढ़ता से चेतावनी देता है और दोहराता है कि वह इस तरह की आक्रामकता की पुनरावृत्ति को बर्दाश्त नहीं करेगा।
इरावानी ने का कि ईरान अपने महत्वपूर्ण राष्ट्रीय और सुरक्षा हितों की रक्षा में हर कदम उठाने के लिए अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत अपने अंतर्निहित अधिकारों का प्रयोग करने में संकोच नहीं करेगा।
बेंजामिन नेतन्याहू की ईरान को चेतावनी
पहले हमास और अब हिजबुल्ला को खत्म करने की कसम खा चुके, प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने ईरान के अयातुल्ला शासन को चेतावनी जारी की और कहा कि जो लोग इजरायल को निशाना बनाएंगे, उन्हें परिणाम भुगतना होगा। उन्होंने कहा कि इजरायल की पहुंच से कोई जगह बाहर नहीं है।
नेतन्याहू ने कहा कि अगर कोई आपको मारने के लिए उठता है, तो पहले उसे मारें। कल, इजरायल ने कट्टर हत्यारे हसन नसरल्लाह को खत्म कर दिया। हमने ऐसे व्यक्ति से हिसाब-किताब कर लिया है जो अनगिनत इजरायलियों और अन्य कई नागरिकों की हत्याओं के लिए जिम्मेदार था जिनमें सैकड़ों अमेरिकी और दर्जनों फ्रांसीसी शामिल हैं।
नेतन्याहू ने ईरान को दिया कड़ा संदेश
बेरूत में लेबनान स्थित आतंकवादी समूह हिजबुल्ला के नेता नसरल्लाह के इजरायली हवाई हमले में मारे जाने के बाद पीएम नेतन्याहू ने शनिवार को अपनी पहली सार्वजनिक टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि ईरान या मध्य पूर्व में ऐसी कोई जगह नहीं है जहां इजरायल के लंबे हाथ नहीं पहुंचेंगे और ईरान का बिना नाम लिए कहा कि आप पहले से ही जानते हैं कि यह कितना सच है।