तिरंगे में लिपटकर पहुंची वीर सपूत की पार्थिव देह, राजकीय सम्मान के साथ हुआ अंतिम संस्कार

झुंझुनू: ऑपरेशन सिंदूर में शहीद हुए जिले के वीर जवान सुरेंद्र कुमार का पार्थिव शरीर आज सुबह उनके पैतृक गांव लाया गया और दोपहर को पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया।

ऑपरेशन सिंदूर के दौरान देश की सीमा पर वीरगति को प्राप्त हुए जिले के वीर सपूत सुरेंद्र कुमार का पार्थिव शरीर आज सुबह सैन्य सम्मान के साथ यहां पहुंचा। उनके साथ जिला कलेक्टर रामावतार मीणा और पुलिस अधीक्षक शरद चौधरी भी मौजूद रहे। वहां से पार्थिव देह को उनके पैतृक गांव मेहरादासी, तहसील मंडावा ले जाया गया, जहां पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया।

अंतिम संस्कार में जिले के प्रभारी कैबिनेट मंत्री अविनाश गहलोत, उपमुख्यमंत्री डॉ. प्रेमचंद बैरवा, सैनिक कल्याण मंत्री राज्यवर्धन राठौड़, राज्यसभा सांसद मदन राठौड़, नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली, लक्ष्मणगढ़ विधायक गोविंद डोटासरा, झुंझुनू सांसद बृजेंद्र ओला, मंडावा विधायक रीटा चौधरी, मदरसा बोर्ड अध्यक्ष एमडी चोपदार, नवलगढ़ प्रधान दिनेश सुंडा भी पहुंचे।

वहीं पूर्व नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़, नवलगढ़ विधायक विक्रम सिंह जाखल, खेतड़ी विधायक धर्मपाल गुर्जर, जिला प्रमुख हर्षिनी कुलहरी, बनवारीलाल सैनी, पूर्व सांसद नरेंद्र कुमार, पूर्व विधायक सुभाष पूनिया, पूर्व विधायक शुभकरण चौधरी, पवन मावंडिया, मुरारी सैनी ने अंत्येष्टि स्थल पर पहुंचकर शहीद को श्रद्धांजलि अर्पित की।

गांव के बेटे की शहादत पर पूरे गांव का माहौल गमगीन है और हजारों की संख्या में लोग वीर सपूत को अंतिम विदाई देने के लिए एकत्र हुए। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है, लेकिन पूरे परिवार को अपने बेटे की शहादत पर गर्व है।

जानकारी के अनुसार सुरेंद्र कुमार ऑपरेशन सिंदूर के दौरान देश की सीमाओं की रक्षा करते हुए वीरगति को प्राप्त हुए थे, उनके बलिदान से जिले सहित पूरे प्रदेश में शोक की लहर है।

अंत्येष्टि के दौरान सेना के जवानों ने शस्त्र झुकाकर शहीद को अंतिम सलामी दी। शहीद सुरेंद्र कुमार अपने पीछे माता-पिता, पत्नी और एक बेटा छोड़ गए हैं।

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