बिजयनगर ब्लैकमेलिंग कांड के विरोध में अजमेर बंद…
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बिजयनगर में नाबालिग बच्चियों के साथ हुए ब्लैकमेलिंग कांड और धर्मांतरण की घटना के विरोध में आज अजमेर बंद का आह्वान किया गया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों की अपील पर दरगाह क्षेत्र में मुस्लिम समाज के लोगों ने भी बंद का समर्थन करते हुए अपनी दुकानें बंद रखीं।
सकल हिंदू समाज के आह्वान पर बिजयनगर ब्लैकमेलिंग कांड के विरोध में आज अजमेर में बंद रखा गया। इस बंद को 124 से अधिक संगठनों का समर्थन प्राप्त था। सुबह से ही शहर के प्रमुख बाजारों में सन्नाटा पसरा रहा, हालांकि दरगाह बाजार में कुछ दुकानें खुलीं, लेकिन प्रदर्शनकारियों ने दुकानदारों से अपील कर उन्हें अपने प्रतिष्ठान बंद करने के लिए राजी कर लिया।
विरोध-प्रदर्शन और रैली
अजमेर के गांधी भवन चौराहे से एक विशाल रैली निकाली गई, जो शहर के विभिन्न मार्गों से होते हुए जिला कलेक्टर कार्यालय तक पहुंची। इस रैली में हजारों लोग शामिल हुए, जो हाथों में तख्तियां और बैनर लेकर नारेबाजी कर रहे थे। प्रदर्शनकारियों ने आरोपियों को जल्द से जल्द फांसी की सजा देने की मांग की।
बंद के दौरान हिंदू संगठनों ने धर्मांतरण का विरोध करते हुए अपराधियों को फांसी की सजा दिए जाने की मांग की। प्रदर्शनकारियों ने हमें चाहिए योगी मॉडल और दोषियों को सरेआम फांसी दो जैसे नारे लगाए। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि छुपे हुए अपराधियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए।
आवश्यक सेवाओं पर कोई असर नहीं
हालांकि बंद के बावजूद इमरजेंसी सेवाओं को इससे अलग रखा गया। स्कूल-कॉलेज, पेट्रोल पंप, गैस एजेंसियां, हॉस्पिटल और अन्य आवश्यक सेवाएं सामान्य रूप से संचालित होती रहीं। प्रशासन ने यह सुनिश्चित किया कि आम जनता को किसी प्रकार की परेशानी न हो और कानून व्यवस्था बनी रहे।
नेताओं और सामाजिक संगठनों की प्रतिक्रिया
अजमेर नगर निगम के डिप्टी मेयर नीरज जैन ने इस घटना की कड़ी निंदा की और कहा कि दोषियों के खिलाफ जल्द से जल्द सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए ताकि समाज में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। विभिन्न हिंदू संगठनों के नेताओं ने भी सरकार से कड़े कदम उठाने की मांग की।
हिंदू संगठनों ने कहा कि अगर प्रशासन ने सख्त कार्रवाई नहीं की तो आंदोलन और तेज किया जाएगा। इस बंद का शहरभर में व्यापक असर देखने को मिला और बाजारों में सन्नाटा पसरा रहा। 32 साल बाद फिर वही मानसिकता, वही समुदाय के पोस्टर हाथ में लिए प्रदर्शनकारियों ने सरकार से मांग की कि दोषियों को कड़ी सजा दी जाए और समाज में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
शहर में पुलिस सतर्क, शांति बनाए रखने की अपील
बंद को लेकर पुलिस प्रशासन पूरी तरह सतर्क था। प्रमुख बाजारों और संवेदनशील इलाकों में पुलिस बल तैनात किया गया था ताकि कोई अप्रिय घटना न हो। पुलिस अधिकारियों ने जनता से शांति बनाए रखने की अपील की और किसी भी प्रकार की अफवाहों पर ध्यान न देने की सलाह दी।
समाज में आक्रोश, न्याय की मांग
बिजयनगर की यह घटना समाज को झकझोर देने वाली है। लोगों में गहरा आक्रोश है और वे पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए एकजुट हो गए हैं। इस बंद और रैली के जरिए जनता ने अपनी आवाज बुलंद की है, जिससे प्रशासन पर दबाव बढ़ा है कि वह दोषियों को जल्द से जल्द सजा दिलाए। अजमेर बंद के माध्यम से यह संदेश स्पष्ट हो गया कि समाज ऐसे अपराधों को बर्दाश्त नहीं करेगा और न्याय की मांग के लिए हर संभव कदम उठाएगा। गौरतलब है कि ब्यावर के बिजयनगर में नाबालिग बच्चियों को बरगलाकर उनके साथ दुष्कर्म करने और धर्मांतरण करवाने के विरोध में विभिन्न जगहों पर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई को लेकर आंदोलन किए जा रहे हैं।
सकल हिंदू समाज की ओर से जिला मुख्यालय के बाहर हुई आमसभा के बाद हनुमान चालीसा का पाठ हुआ। सैंकड़ों कार्यकर्ता जिला मुख्यालय के बाहर सड़क पर बैठ गए और हनुमान चालीसा का पाठ किया। इसके बाद सकल हिन्दू समाज के पदाधिकारी के प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री के नाम जिला कलेक्टर लोकबंधु को ज्ञापन सौंपा।