राजस्थानी बदलाव का इंतजार नहीं करते, बोले सीएम भजनलाल

तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद में शुक्रवार को आयोजित प्रवासी राजस्थानी मीट में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने प्रवासी राजस्थानी समुदाय को राज्य की विकास यात्रा में सहभागी बनने का आह्वान किया। उन्होंने कहा, “राजस्थानी बदलाव का इंतज़ार नहीं करते, हम बदलाव लाते हैं और इसी सोच के साथ सरकार विकसित राजस्थान की दिशा में आगे बढ़ रही है।
मुख्यमंत्री ने ऐलान किया कि राज्य सरकार प्रवासी राजस्थानी समुदाय के हितों को ध्यान में रखते हुए एक विशेष विभाग और प्रवासी राजस्थानी नीति 2025 ला रही है। इस नीति के तहत प्रवासी निवेशकों को अनुकूल सुविधाएँ, अवसर और सहयोग उपलब्ध कराया जाएगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि शिक्षा, स्वास्थ्य और पर्यटन जैसे क्षेत्रों में प्रवासी राजस्थानियों की विशेषज्ञता और संसाधनों का सक्रिय समावेश होगा।
मुख्यमंत्री ने बताया कि पिछले पौने दो वर्षों में राजस्थान फाउंडेशन को मजबूत किया गया है। एक साल में 14 नए चैप्टर खोले गए और 12 निष्क्रिय चैप्टर को पुनः सक्रिय किया गया है। न्यूयॉर्क, लंदन, रियाद जैसे शहरों में फाउंडेशन के चैप्टर सक्रिय हैं, जिससे प्रवासी समुदाय राजस्थान की प्रगति में साझेदार बन रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘विकसित भारत 2047’ विजन के अनुरूप राजस्थान तेजी से आगे बढ़ रहा है। नवाचार को अपनाते हुए राज्य देश की विकास यात्रा की अग्रिम पंक्ति में खड़ा है। उन्होंने इसे सुशासन के साथ कार्यशील विकास की प्रक्रिया बताया, जो भविष्य में विकसित राजस्थान की नींव रखेगी।
इस अवसर पर राजस्थान सरकार के वरिष्ठ अधिकारी, उद्योग एवं वाणिज्य राज्यमंत्री के.के. विश्नोई, ऑल इंडिया मारवाड़ी युवा मंच के नेशनल प्रेसिडेंट सुरेश एम. जैन, हैदराबाद चैप्टर प्रेसिडेंट पवन बंसल, सीआईआई तेलंगाना के पूर्व चेयरमैन साई डी प्रसाद समेत 300 से अधिक प्रवासी राजस्थानी मौजूद रहे। सामाजिक क्षेत्र में योगदान देने वाले कई प्रवासी राजस्थानियों को सम्मानित भी किया गया।
कार्यक्रम में ऑडियो-विजुअल प्रस्तुति के जरिए राज्य की विकास गाथा और प्रवासी राजस्थानियों की भूमिका को प्रदर्शित किया गया। मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि 10 दिसंबर 2025 को जयपुर में पहला प्रवासी राजस्थानी दिवस आयोजित होगा, जिसमें कला, संस्कृति, विज्ञान, व्यवसाय और सामाजिक सेवा में उत्कृष्ट योगदान देने वाले प्रवासी राजस्थानियों को सम्मानित किया जाएगा।
उन्होंने मकर संक्रांति उत्सव, अंतरराष्ट्रीय प्रवासी संवाद और तीज-गणगौर की लाइव स्ट्रीमिंग जैसी पहलों का उल्लेख कर परंपरा और नवाचार के संगम को रेखांकित किया। अपने संबोधन के अंत में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने निवेश, शिक्षा, स्वास्थ्य, ग्रामीण विकास और महिला सशक्तिकरण जैसे क्षेत्रों में प्रवासी समुदाय की सक्रिय भूमिका की अपील करते हुए राजस्थान के उज्जवल और समृद्ध भविष्य के निर्माण में सहयोग देने का आह्वान किया।