वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान की जोरदार शुरुआत, पर्यावरण दिवस पर दिया जनजागरूकता का संदेश!

जयपुर: प्रदेश में वंदे गंगा जल संरक्षण अभियान की आज से शुरुआत हुई। विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर जोधपुर, राजसमंद, नागौर और बाड़मेर समेत विभिन्न जिलों में इसे लेकर तैयारियां की गई थीं। यह अभियान 20 जून तक जारी रहेगा।
राजस्थान में वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान की प्रदेशभर में जोरदार शुरुआत हुई। विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर जल संरक्षण, वर्षा जल संचयन, पारंपरिक जल स्रोतों के पुनरुद्धार और जन जागरूकता को लेकर कई जिलों में भव्य कार्यक्रम आयोजित किए गए। यह अभियान 5 से 20 जून तक चलाया जाएगा।
जोधपुर में जिला स्तरीय समारोह
जोधपुर के बनाड़ क्षेत्र स्थित अमृत सरोवर पर जिला स्तरीय समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि शिक्षा एवं पंचायती राज मंत्री मदन दिलावर, विशिष्ट अतिथि प्रभारी सचिव दिनेश शर्मा तथा अध्यक्ष राज्यसभा सांसद राजेंद्र गहलोत रहे। इस दौरान सरोवर की पूजा-अर्चना की गई और उसके आसपास पौधारोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया गया।
मंत्री दिलावर ने कहा कि जल ही जीवन है, हमें अपने पारंपरिक जल स्रोतों की पूजा और देखरेख करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि आज से 40-50 वर्ष पूर्व जल स्तर 5-10 मीटर पर होता था लेकिन अब यह 600-700 मीटर नीचे चला गया है। यह चेतावनी है कि अब हमें सतर्क होकर जल संरक्षण की दिशा में ठोस कदम उठाने होंगे।
राज्यसभा सांसद गहलोत ने कहा कि पर्यावरण संतुलन बनाए रखने के लिए वृक्षारोपण, जल-संरक्षण और पॉलिथीन के प्रयोग से बचना बेहद जरूरी है।
राजसमंद में उपमुख्यमंत्री ने किया शुभारंभ
राजसमंद में झील की इरिगेशन पाल पर आयोजित कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री और जिले के प्रभारी मंत्री प्रेमचंद बैरवा ने अभियान की शुरुआत की। कार्यक्रम में विधायक दीप्ति माहेश्वरी, कलेक्टर बालमुकुंद असावा, पुलिस अधीक्षक मनीष त्रिपाठी, एडीएम नरेश बुनकर, जिला परिषद सीईओ बृजमोहन बैरवा सहित बड़ी संख्या में अधिकारी और नागरिक उपस्थित रहे। इससे पूर्व एक कलश यात्रा निकाली गई, जिसमें महिलाओं और बच्चों ने उत्साह से भाग लिया।
नागौर में रन फॉर इनवायरमेंट और तालाब पूजन
नागौर में जिला प्रभारी मंत्री कन्हैयालाल चौधरी ने जल संरक्षण अभियान की शुरुआत की। सर्किट हाउस से रन फॉर इनवायरमेंट को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया, वहीं जड़ा तालाब पर जल पूजा से अभियान का औपचारिक शुभारंभ किया गया। मंत्री ने कलेक्ट्रेट सभागार में प्रेस कॉन्फ्रेंस की और अधिकारियों के साथ बैठक लेकर अभियान की रूपरेखा पर चर्चा की।
बाड़मेर में बांटे पीले चावल
बाड़मेर में जल संरक्षण अभियान की शुरुआत पीले चावल बांटकर की गई।
जिला कलेक्टर टीना डाबी ने बताया कि जिले के सभी उपखंडों, ग्राम पंचायतों में घर-घर जाकर निमंत्रण देकर जनजागरूकता फैलाई गई। गुड़ामालानी, शिव, सेड़वा, रामसर, चौहटन और अन्य क्षेत्रों में जन जागरूकता रैलियां निकाली गईं।
विकास अधिकारियों, उपखंड अधिकारियों और पंचायत प्रतिनिधियों ने लोगों को अभियान में भाग लेने के लिए प्रेरित किया।
जन आंदोलन बनेगा वंदे गंगा अभियान
सरकार का उद्देश्य इस अभियान को जन आंदोलन बनाना है, जिसमें पर्यावरण संरक्षण, जल बचाव और जल स्रोतों के पुनर्जीवन को जनसहभागिता से साकार किया जा सके।
अभियान के तहत जल स्रोतों की सफाई, अतिक्रमण हटाना, वृक्षारोपण और वर्षा जल के पुनर्भरण जैसे कार्यों को प्राथमिकता दी जा रही है। यह अभियान राजस्थान की गौरवशाली जल संस्कृति को पुनर्जीवित करने की दिशा में एक बड़ा कदम है।