शानदार रिटर्न के लिए कर सकते हैं टैक्स फ्री सरकारी बॉन्ड में निवेश
अगर आप शेयर बाजार में निवेश करना चाहते हैं और सिक्योर ऑप्शन ढूंढ रहे हैं तो यह खबर आपके लिए है। वैसे को स्टॉक मार्केट में स्टॉक गोल्ड ईटीएफ के अलावा भी कई ऑप्शन है। आप टैक्स-फ्री बॉन्ड () में निवेश कर सकते हैं। इसमें मिलने वाले रिटर्न पर आपको टैक्स का भुगतान भी नहीं करना होगा और साथ यह सिक्योर ऑप्शन भी है।
आज के समय में इन्वेस्टमेंट के कई ऑप्शन मौजूद हैं। लेकिन, कुछ समय से बाजार में बॉन्ड ने काफी अच्छा रिटर्न दिया है। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने इन्टरेस्ट रेट (Interest Rate) घटाने की उम्मीद के बाद टैक्स-फ्री बॉन्ड्स (Tax Free Bonds) ने चमक उठा है।
निवेशक बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) पर से टैक्स-फ्री बॉन्ड्स में निवेश कर सकते हैं। वर्तमान में स्टॉक मार्केट कुछ टैक्स-फ्री बॉन्ड्स अच्छे प्रदर्शन कर रहे हैं। इन बॉन्ड्स का यील्ड भी काफ अट्रैक्टिव है। इसके अलावा यह सिक्योर और रेगुलर इनकम वाले बॉन्ड हैं।
यह बॉन्ड उन निवेशकों के लिए काफी अच्छा है जो ज्यादा टैक्स स्लैब (Tax Slab) में शामिल हैं।
इन कंपनियों के बॉन्ड्स में कर सकते हैं निवेश
बाजार की टोटल 14 इन्फ्रास्ट्रक्चर सरकारी कंपनी (जैसे-NHAI, IRFC और Power Finance Corporation (PFC) आदि) ने टैक्स-फ्री बॉन्ड्स जारी किए। इन बॉन्ड्स की ट्रेडिंग मुख्य स्टॉक एक्सचेंज पर होती है।
आपको बता दें कि यह बॉन्ड्स साल 2012 और 2016 के बीच जारी हुआ। इसे 10 साल, 15 साल और 20 साल के लिए जारी किया गया। खास बात यह है कि इस बॉन्ड पर मिलने वाला इंटरेस्ट का भुगतान हर साल में हो जाता है। इन सभी बॉन्ड में से लगभग सभी बॉन्ड को ‘AAA’ की रेटिंग मिली है।
क्यों फायदेमंद है ये बॉन्ड
टैक्स-फ्री बॉन्ड निवेश के लिए काफी अच्छा ऑप्शन है। दरअसल, इससे होने वाली कमाई पर कोई टैक्स नहीं लगता है। इसके अलावा यह बॉन्ड सरकारी कंपनियों द्वारा जारी किया जाता है, इस वजह से यह पूरी तरह से सिक्योर है। यह बॉन्ड उन निवेशकों के लिए काफी अच्छा ऑप्शन है जो अपनी सेविंग को सिक्योर के साथ उससे रेगुल इनकम कमाना चाहते हैं।
इन बातों का रखें ध्यान
अगर आप क्स-फ्री बॉन्ड्स में निवेश करने का सोच रहे हैं तो आपको कंपनी के लिक्विडिटी और यील्ड टू मैच्योरिटी (YTM) का ध्यान रखना चाहिए। YTM का मतलब बॉन्ड का सालाना रिटर्न है। आपको इन बॉन्ड में मैच्योरिटी तक निवेश करना चाहिए।