हरियाणा: नफे सिंह हत्याकांड में सीबीआई के हाथ लगे अहम सुराग

बुधवार को सीबीआई के वरिष्ठ अधिकारियों ने नफे सिंह के परिजनों और वारदात में गोली लगने से घायल हुए गनमैन संजीत और भांजे संजय के परिवार वालों से भी केस को लेकर पूछताछ की। नफे सिंह के परिवार से सीबीआई अधिकारियों ने 8 घंटे तक अलग-अलग पूछताछ की।

हरियाणा के बहादुरगढ़ में बराही रेलवे फाटक के पास सवा दो महीने पहले इनेलो के प्रदेश अध्यक्ष रहे नफे सिंह राठी और उनके समर्थक जयकिशन की गोलियां मारकर हत्या कर दी गई थी। अब सीबीआई ने इस मामले ने जांच तेज कर दी है।

सूत्रों के अनुसार, सीबीआई को केस में 15 लोगों से हुई पूछताछ में अहम सुराग हाथ लगे हैं। हालांकि अभी तक सीबीआई ने एफआईआर में दर्ज आरोपियों से किसी तरह की कोई पूछताछ नहीं की है। पूछताछ करने वाले अधिकारियों में सीबीआई के डीएसपी और इंस्पेक्टर रैंक के अधिकारी शामिल हैं।

सीबीआई ने लाइनपार थाना पुलिस अधिकारियों से भी केस की जानकारी ली है। गौरतलब है कि नफे सिंह राठी की 25 फरवरी की शाम 5 बराही फाटक के नजदीक नफे सिंह राठी और उनके समर्थक जयकिशन दलाल की गोलियां मार कर हत्या कर दी गई थी। जबकि उनके भांजे संजय और गनमैन संजीत कबलाना गोलियां लगने से गंभीर रूप से घायल हो गए थे।

मामले में लाइनपार थाना पुलिस ने पूर्व विधायक नरेश कौशिक, नगर परिषद चेयरपर्सन सरोज राठी के पति रमेश राठी, पूर्व चेयरमैन कर्मवीर राठी, कर्मवीर राठी के पुत्र कमल राठी, पूर्व मंत्री मांगेराम के पुत्र सतीश नंबरदार, उनके भतीजे राहुल और गौरव, नप के वाइस चेयरमैन पालेराम शर्मा, कांग्रेस नेता विजेंद्र राठी, संदीप राठी के खिलाफ केस दर्ज किया गया था। केस को लेकर एसआईटी सभी से पूछताछ कर चुकी है। अभी सीबीआई भी एफआईआर में दर्ज लोगों से भी पूछताछ करेगी।

फिलहाल सीबीआई को मामले में कई अहम सुराग मिले है। इनको लेकर जांच आगे बढ़ाई जा रही है। नफे सिंह के परिजनों से सीबीआई द्वारा को गई पूछताछ की पुष्टि भतीजे कपूर राठी ने की है। उन्होंने कहा कि बुधवार को सीबीआई ने उनके परिवार के अलग अलग सदस्यों से केस के बारे में जानकारी ली है। केस की जांच को लेकर सीबीआई अधिकारी बहादुरगढ़ में लगातार पूछताछ कर रहे हैं।

केस में ये हुई हैं गिरफ्तारी, पुलिस ने इनसे की है पूछताछ
नफे सिंह हत्याकांड में पुलिस ने गोवा से दो शूटर को गिरफ्तार किया था। इनमें आशीष और सौरव शामिल थे। दो शूटर नकुल सांगवान और अतुल प्रधान फरार हैं। इनसे पूछताछ के बाद हत्याकांड को अंजाम देने के लिए गाड़ी उपलब्ध करवाने के आरोप में बिजवासन के रहने वाले धर्मेंद्र को काबू किया गया था। पिछले महीने लाइनपार थाना पुलिस दिल्ली की मंडोली जेल से नंदू गैंगेस्टर के करीबी अमित गुलिया से भी प्रोडक्शन वारंट पर लाकर पूछताछ कर चुकी है। लेकिन अभी तक पुलिस वारदात में प्रयोग किए गए हथियारों का भी पता नहीं लगा सकी है। कौन से हथियार प्रयोग किए गए और किसने उपलब्ध करवाए। कई सवाल मामले में अनसुलझे बने हुए हैं।

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