केवल एक ही चट्टान नहीं थी जिससे सभी डायनासोर का हुआ था अंत

डायनासोर के अंत को लेकर हुए शोधों में अब तक यही बहस होती रही कि मैक्सिको के पास गिरे क्षुद्रग्रह के कारण ही वो खत्म हुए थे या नहीं. कुछ रिसर्च कहते थे कि वे जलवायु परिवर्तन सहन नहीं कर सके थे. तो कुछ का कहना था क्षुद्रग्रह के टकराव से पैदा हुई सुमामी सभी को लील गई. पर एक नई खोज ने इस कहानी में एक नया एंगल डाल दिया है. इस नए शोध से पता चला है कि 66 मिलियन साल पहले डायनासोर को खत्म करने वाला विशाल क्षुद्रग्रह एक अकेली घटना नहीं थी. वैज्ञानिकों ने एक नए क्रेटर की खोज की है जो तभी गिरा था जब मैक्सिकों के पास क्षुद्रग्रह गिरा था.

नेचर में प्रकाशित अध्ययन ने गिनी के तट पर एक पानी के नीचे के गड्ढे का विस्तृत स्कैन किया. इसने खुलासा किया कि उसी समय के आसपास एक और बड़ा क्षुद्रग्रह पृथ्वी से टकराया था, जो उन प्रलयकारी हालात में योगदान दे रहा था, जिसके कारण डायनासोर गायब हो गए थे. वैज्ञानिकों ने हाल ही में 8 किमी चौड़े नादिर क्रेटर का नक्शा बनाया और खुलासा किया कि यह 400 मीटर चौड़े क्षुद्रग्रह ने बनाया था.

यह क्षुद्रग्रह 6.5 करोड़ और 6.7 करोड़ साल पहले लगभग 72,000 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से ग्रह से टकराया था. हालांकि यह बड़े पैमाने पर विलुप्त होने से जुड़े क्षुद्रग्रह से छोटा था उन्होंने 2022 में नादिर क्रेटर की खोज की.

नतीजों से पता चलता है कि इस घटना से एक विशाल सुनामी आई, जिसकी ऊंचाई 800 मीटर से अधिक होने का अनुमान है, जो अटलांटिक महासागर में फैल गई होगी. फिलहाल इस क्षुद्रग्रह के प्रभाव का सटीक समय अभी तय नहीं है, लेकिन इसकी खोज क्रेटेशियस काल के अंत में होने वाले प्रभावों के समूह के बारे में दिलचस्प संभावनाएं पैदा करती है.

ऐसे में अब कहानी कुछ यूं हो सकती है कि 6.6 करोड़ साल पहले पृथ्वी से कम से कम दो क्षुद्रग्रह जैसी चट्टानें टकराईं जिनसे सुनामी के साथ साथ ऐसे हालात पैदा किए जिसे जलवायु परिवर्तन की सिलसिलेवार घटनाएं हुए. इस बदलाव को डायनासोर सहित पृथ्वी के तीन चौथाई जीव सहन ना कर सके और खत्म हो गए थे. आगे की स्टडीज़ इसी कहानी में बदलाव या सुधार करेंगीं.

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