सिरोही: मौताणा विवाद में 37 आरोपी हुए नामजद, अब तक सात गिरफ्तार…
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हमलावरों को देखकर पीड़ित परिवार के लोग घर छोड़कर भाग गए। करीब दो घंटे तक उपद्रवियों ने तोड़फोड़ और लूटपाट मचाई। हमलावरों ने 15 बकरे चुरा लिए, जिनमें से दो को मौके पर ही काट दिया। पांच पक्के मकानों में से दो को आग के हवाले कर दिया गया था।
सिरोही जिले के आबूरोड सदर थाना क्षेत्र के धमासरा ग्राम पंचायत में मौताणा विवाद को लेकर हिंसा भड़क उठी। पुलिस ने मामले में 37 आरोपियों को नामजद किया है, जिनमें से 7 को गिरफ्तार कर लिया गया है। शेष फरार आरोपियों की तलाश जारी है।
घटना का विवरण
गत मंगलवार को आरोपियों ने पीड़ित पक्ष के घर पर हमला कर भारी तोड़फोड़ और लूटपाट की। इसके बाद उन्होंने घरों को आग के हवाले कर दिया और मौके से फरार हो गए।
हत्या और मौताणा विवाद की पृष्ठभूमि
14 जनवरी 2025 को आबूरोड के रोडवेज बस स्टैंड के पास रंजिश के चलते चार युवकों ने कालूराम गरासिया की चाकू मारकर हत्या कर दी थी। इस मामले में दोनों पक्षों के बीच बातचीत के बाद मौताणा (मुआवजा) देने की सहमति बनी थी, लेकिन एक माह बाद भी पीड़ित परिवार को राशि नहीं मिली। इसके चलते आक्रोशित पक्ष ने मंगलवार को हथियारों से लैस होकर हमला कर दिया।
हमले के दौरान लूटपाट और आगजनी
हमलावरों को देखकर पीड़ित परिवार के लोग घर छोड़कर भाग गए। करीब दो घंटे तक उपद्रवियों ने तोड़फोड़ और लूटपाट मचाई। हमलावरों ने 15 बकरे चुरा लिए, जिनमें से दो को मौके पर ही काट दिया। पांच पक्के मकानों में से दो को आग के हवाले कर दिया गया, जबकि तीन में तोड़फोड़ की गई। पांच झोपड़ियों में से तीन को जला दिया गया। इसके अलावा, हमलावरों ने सोने-चांदी के आभूषण, दो लाख रुपये नकद, दो बाइक, एक साइकिल और एक टीवी को तोड़ दिया। घरों में रखी 15 बोरी गेहूं भी नष्ट कर दी गई।
पुलिस की कार्रवाई
पुलिस ने अब तक सात आरोपी बंकाराम, गोवाराम, मोनाराम, जोगाराम, दिनेश, पप्पुराम और चमन को गिरफ्तार कर लिया है। अन्य फरार आरोपियों की तलाश की जा रही है।