डेंगू की रोकथाम को लेकर स्वास्थ्य विभाग हुआ अलर्ट, अस्पताल में बनाया अलग से वार्ड

संभावित डेंगू की बीमारी की रोकथाम को लेकर स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह सतर्क हो गया है और डेंगू की बीमारी से पीड़ित मरीज का इलाज करने के लिए नागरिक अस्पताल में अलग से डेंगू वार्ड भी स्थापित कर दिया है।

मंगलवार को नागरिक अस्पताल के मुख्य चिकित्सक डॉ. सज्जन सिंह ने स्वास्थ्य कर्मचारियों की मासिक बैठक के दौरान संभावित डेंगू की बीमारी की रोकथाम को लेकर विशेष निर्देश दिए हैं। उन्होंने सभी स्वास्थ्य कर्मचारियों को कहा कि मौजूदा समय में डेंगू का सीजन आ चुका है, इसलिए सभी स्वास्थ्य कर्मचारी अपने-अपने वार्डों में सर्व करें, अगर इस सर्वे के तहत किसी भी व्यक्ति को फीवर पाया जाता है तो उसकी तुरंत स्लाइडें बनाएं। ज्यादातर बुखार से पीड़ित लोगों के डेंगू का टैस्ट करवाना बहुत जरूरी है, ताकि इस संभावित बीमारी को लेकर पीड़ित व्यक्ति का इलाज किया जा सके।

मुख्य चिकित्सक ने बताया कि संभावित डेंगू की बीमारी को देखते हुए अस्पताल में अलग से ही डेंगू का वार्ड भी बनाया गया है। उन्होंने यह भी बताया कि अगर किसी भी क्षेत्र में बुखार से पीड़ित व्यक्तियों की संख्या ज्यादा है तो उस क्षेत्र में फोगिंग अवश्य करवाएं। इस दौरान उन्होंने हैल्थ इंस्पैक्टर राजेश श्योकंद को शहर के सभी वार्डों में फोगिंग करवाने के लिए नगरपालिका को पत्र लिखने के भी आदेश दिए। उन्होंने संबंधित स्टाफ नर्सों के साथ बच्चों व गर्भवती महिलाओं के टीकाकरण को लेकर भी विशेष समीक्षा की और उन्होंने आदेश दिए कि वह अपने-अपने क्षेत्रों में आंगनबाड़ी व आशा वर्करों के साथ सभी बच्चों व गर्भवती महिलाओं को टीकाकरण करें, ताकि इन को भी सभी बीमारियों से बचाया जा सके। डेंगू बुखार की शुरुआत अचानक तेज बुखार से होती है, जो संक्रमण के 4 से 7 दिन बाद अक्सर शरीर के अधिकांश भाग पर चपटे, लाल दाने दिखाई दे सकते हैं। उन्होंने स्वास्थ्य कर्मियों को प्रेरित करते हुए कहा कि ऐसा कोई भी मरीज पाया जाता है तो विभाग को तुरंत सूचना दें। इस बैठक में स्वास्थ्य कर्मियों की समस्याओं को भी सुना गया और उनका समाधान करने का आश्वासन भी दिया। इस अवसर पर अस्पताल के मैडीकल अधिकारियों के अलावा अन्य स्टाफ भी मौजूद था।

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