धार्मिक नगरी अजमेर में 17 दिन होंगे चेटीचंड के कार्यक्रम

अजमेर: समिति के महामंत्री महेंद्र कुमार तीर्थाणी ने बताया कि चेटीचंड के सभी कार्यक्रमों की शुरुआत सिंध इतिहास साहित्य शोध संस्थान द्वारा निर्मित सिंधी भाषा में हनुमान चालीसा पाठ से होगी। उन्होंने बताया कि समाज के अथक प्रयासों से फॉयसागर का नाम बदलकर ‘वरुण सागर’ रखा गया है।
धार्मिक नगरी अजमेर में पूज्य झूलेलाल जयंती समारोह समिति के तत्वावधान में ग्यारहवां 17 दिवसीय चेटीचंड पखवाड़ा महोत्सव धूमधाम से मनाया जाएगा। यह भव्य आयोजन 21 मार्च से 6 अप्रैल 2025 तक चलेगा, जिसमें 39 संस्थाएं मिलकर 51 से अधिक कार्यक्रम आयोजित करेंगी। इस महोत्सव में धार्मिक, सांस्कृतिक और सामाजिक आयोजनों की भरमार रहेगी।
धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों की झलक
इस महोत्सव के दौरान धर्म ध्वजा पूजन, सिंधी व्यंजन महोत्सव, नृत्य एवं गायन प्रतियोगिताएं, लाडा प्रतियोगिता, चिकित्सा शिविर, सिन्धुरत्न सम्मान, सिन्धियत जी सुहिणी शाम, विचित्र वेशभूषा प्रतियोगिता, चेटीचंड व नवसंवत्सर संगोष्ठी, बुजुर्गों, युवाओं और मातृ शक्ति का सम्मान समारोह आयोजित होंगे। इसके अलावा, ‘कौन बनेगा रोकड़पति’ प्रश्नोत्तरी, टैलेंट हंट, सिंधी लेडीज क्लब जलसा, मुण्डन हवन जनेऊ संस्कार, पंचांग टिप्पणो विमोचन, मुंबई और दिल्ली से आए कलाकारों की प्रस्तुतियां, प्रभात फेरी और चेटीचंड मिलन समारोह भी आकर्षण का केंद्र रहेंगे।
अजमेर की सभी दिशाओं में गूंजेगा उत्सव
समिति के अध्यक्ष कंवल प्रकाश किशनानी ने जानकारी दी कि इस महोत्सव को अजमेर की पंचायतों और संस्थाओं का पूरा सहयोग मिल रहा है। पूरब, पश्चिम, उत्तर और दक्षिण – चारों दिशाओं में चेटीचंड की धूम रहेगी। इस दौरान सिन्ध की पारंपरिक ‘छेज’ को बढ़ावा देने के लिए विशेष रूप से डांडिया बनवाए गए हैं। साथ ही, सिंधी वेशभूषा, पारंपरिक भोजन (ताम), गीत और खेलकूद (रांदयू) को भी बढ़ावा देने वाले कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
फॉयसागर बनेगा वरुण सागर, दीपदान व महाआरती
समिति के महामंत्री महेंद्र कुमार तीर्थाणी ने बताया कि चेटीचंड के सभी कार्यक्रमों की शुरुआत सिंध इतिहास साहित्य शोध संस्थान द्वारा निर्मित सिंधी भाषा में हनुमान चालीसा पाठ से होगी। उन्होंने बताया कि समाज के अथक प्रयासों से फॉयसागर का नाम बदलकर ‘वरुण सागर’ रखा गया है। इस वर्ष 31 मार्च को वरुण सागर पर पूजन, छेज, पंझड़ा, दीपदान और महाआरती का भव्य आयोजन होगा।
हर कॉलोनी में 5 प्रतिभाओं का होगा सम्मान
समिति के संरक्षक गिरधर तेजवानी ने बताया कि महोत्सव के दौरान समाज की उभरती प्रतिभाओं को सम्मानित किया जाएगा। प्रत्येक कॉलोनी में 5 विशिष्ट सम्मान दिए जाएंगे:
दादा झमटमल टिलवाणी सम्मान – 60 वर्ष से अधिक सामाजिक सेवा कार्यों से जुड़े पुरुष के लिए
दादी सुशीला मोटवानी सम्मान – सामाजिक कार्यों से जुड़ी महिला के लिए
दादा गोवर्धन महबूबाणी भारती सम्मान – सामाजिक कार्यों से जुड़े युवा के लिए
भाऊ हरिसुंदर सम्मान – सिंधी भाषा, गीत-संगीत में उत्कृष्ट बालक के लिए
दीदी सुंदरी केवलरामाणी सम्मान – सिंधी भाषा, गीत-संगीत में उत्कृष्ट बालिका के लिए
प्रेस वार्ता में कई गणमान्यजन रहे उपस्थित
इस महोत्सव के संबंध में आयोजित प्रेस वार्ता में जी.डी. वृंदाणी, लाल नाथाणी, प्रकाश जेठरा, जगदीश अभिचंदाणी, आसनदास पारवानी, दीपक साधवानी, अजीत पमनानी, नरेंद्र बसरानी और रमेश एच. लालवानी सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।