बिहार: सीएम नीतीश ने नवगठित तीन विभागों की दी जिम्मेदारी

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार में हाल ही में गठित तीन नए विभागों का बंटवारा कर दिया है। कैबिनेट से पास होने के बाद नवगठित इन तीनों विभागों को तीन अलग-अलग मंत्री संभालेंगे। शनिवार को मंत्रिमंडल सचिवालय की ओर से जारी अधिसूचना कर दी है। खास बात यह है कि तीन में से एक विभाग सीएम नीतीश कुमार ने खुद के पास रखी है। उन्होंने सिविल विमानन विभाग की जिम्मेदारी अपने पास यानी जदयू के खाते में रखी। वहीं शिक्षा विभाग के मंत्री सुनील कुमार को अब नवगठित उच्च शिक्षा विभाग की जिम्मेदारी भी सौंपी गई है। श्रम संसाधन विभाग देख रहे मंत्री संजय सिंह ‘टाइगर’ को नवगठित रोजगार एवं कौशल विकास विभाग की जिम्मेदारी भी सौंपी गई है।
अरुण शंकर प्रसाद को दो विभागों की जिम्मेदारी
नई अधिसूचना के अनुसार, जदयू कोटे से मंत्री बने सुनील कुमार अब शिक्षा, विज्ञान, प्रावैधिकी एवं तकनीकी शिक्षा के अलावा उच्च शिक्षा की कमान भी संभालेंगे। इसी तरह भाजपा कोटे से मंत्री बने संजय सिंह टाइगर श्रम संधाधन एव प्रवासी श्रमिक कल्याण के साथ युवा रोजगार एवं कौशल विकास की जिम्मेदारी संभालेंगे। इसी तरह भाजपा कोटे से मंत्री बने अरुण शंकर प्रसाद पर्यटन और कला एवं संस्कृति विभाग की जिम्मेदारी संभालेंगे। वहीं भाजपा कोटे से मंत्री बने सुरेंद्र मेहता डेयरी, मत्सस्य एवं पशु संसाधन विभाग की जिम्मेदारी संभालेंगे। मंत्रिमंडल सचिवालय की ओर से जारी अधिसूचना में बताया गया है कि मंत्रियों के बीच यह पुनर्विभाजन तीन नए विभागों के गठन के बाद किया गया है, ताकि प्रशासनिक कामकाज को और अधिक प्रभावी और सुचारु बनाया जा सके।
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तीन नए विभाग बनाने को लेकर सीएम नीतीश ने क्या कहा जानिए
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा था कि अगले 5 वर्षों (2025-30) में एक करोड़ युवाओं को नौकरी एवं रोजगार देने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसके लिए राज्य में अधिक से अधिक युवाओं को कौशल विकास का प्रशिक्षण देना आवश्यक है और उन्हें गुणवत्तापूर्ण उच्च एवं तकनीकी शिक्षा उपलब्ध कराना भी जरूरी है। साथ ही लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए सघन अनुश्रवण की भी आवश्यकता होगी। इसी उद्देश्य से राज्य में तीन नए विभाग, युवा, रोजगार एवं कौशल विकास विभाग, उच्च शिक्षा विभाग, नागर विमानन विभाग के गठन का निर्देश दिया गया है। युवा, रोजगार एवं कौशल विकास विभाग के जरिए अगले 5 वर्षों में बड़ी संख्या में युवाओं को उद्यमिता के अवसर प्रदान करने और विभिन्न योजनाओं के माध्यम से रोजगार उपलब्ध कराने की योजना है।



