राजस्थान: जयपुर समेत कई जिलों में झमाझम, ईसरदा बांध का काम पूरा, 13 जिलों को मिलेगा पानी

प्रदेश में बीते 48 घंटों में जबरदस्त बारिश हुई है। इसमें जयपुर, धौलपुर, भीलवाड़ा, बांसवाड़ा, बूंदी, चित्तौड़गढ़, झालावाड़, करौली और कोटा में भारी से अति भारी वर्षा दर्ज की गई। जोरदार बारिश के चलते प्रदेश के बांधों में भी पानी की आवक शुरू हो चुकी है। प्रदेश में 19 जून को हुई जोरदार बारिश के चलते 20 जून तक बांधों में 159.88 एमक्यूएम पानी की आवक हुई है। इसमें कोटा में राणा प्रताप सागर, बांसवाड़ा में माही सागर, टोंक में टोडी सागर, धौलपुर में पावर्ती बांध में पानी की आवक शुरू हुई है।
ईसरदा बांध के दरवाजों का कार्य पूरा
वहीं प्रदेश के 13 जिलों के करोड़ों लोगों के हलक की प्यास बुझाने के लिए प्रदेश सरकार की बहुउद्देशीय परियोजना ईआरसीपी के तहत आने वाले ईसरदा बांध के दरवाजों का कार्य पूरा हो गया है, इसके साथ ही उन्हें पूजा-अर्चना करके बंद कर दिया गया है। इन हाइड्रोक्लोनिक दरवाजों के बंद होने से इस बार मानसून का पानी यहीं रोक लिया जाएगा। गौरतलब है कि यहां पर हर साल लगातार दो माह बनास का पानी बहकर सीधा रामेश्वर घाट पर चंबल नदी में मिल जाता है और चंबल पर कोई बांध नहीं होने से पानी वहां से सीधा यमुना नदी में मिल जाता है।
नौनेरा बांध हो या फिर मेज नदी से पानी आना हो वो पहले ईसरदा बांध में ही डाला जाएगा। यहां से पाइप लाइनों के जरिए बनास नदी में ही आगे डाउन स्ट्रीम में बनने वाले राठौद- निमोद बैराज के साथ ही डूंगरी बांध के जरिए पानी सभी जिलों में वितरित होगा। यानी ईसरदा बांध से ही सभी जगहों पर पानी का वितरण होगा। यहां पर बनास नदी में आने वाले पानी की आवक तो होगी साथ ही बीसलपुर से छोड़े जाने वाले पानी का भी स्टोर यहां ही होगा। ईसरदा बांध से प्रदेश के 13 जिलों के साथ ही 1256 ग्राम पंचायतों को भी पानी यहां से ही मिलेगा।