तंत्र-मंत्र साधना में सिद्धि प्राप्त करने आरोपित ने अपने ही गुरू की कर दिया हत्या, यहां जानें पूरा मामला..

पुलिस ने बताया कि जांच के दौरान पूछताछ पर पता चला कि मृतक को अंतिम बार मान्या चावला उर्फ रौनक सिंह के साथ उसके मोटर साइकल में गोबरा नयापारा महानदी पुल तरफ से लोमश ऋषि आश्रम तरफ जाते हुए देखा गया था।

तंत्र-मंत्र साधना में सिद्धि प्राप्त करने आरोपित ने अपने ही गुरू की हत्या कर दिया। वहीं वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपित ने सबूत को छुपाने की कोशिश की। पुलिस ने आरोपित के पास से सामाग्रियों को जब्त कर उसके खिलाफ हत्या के जुर्म दर्ज कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया है।

पूछताछ के दौरान चला पता

पुलिस ने बताया कि जांच के दौरान पूछताछ पर पता चला कि मृतक को अंतिम बार मान्या चावला उर्फ रौनक सिंह के साथ उसके मोटर साइकल में गोबरा नयापारा महानदी पुल तरफ से लोमश ऋषि आश्रम तरफ जाते हुए देखा गया था। संदेह होने पर पुलिस ने मान्या चावला का पता तलाश कर पूछताछ किया।

जीवित अवस्था में खून पिया जाये तो तंत्र साधक को प्राप्त होती है शक्तियां

बता दें कड़ाई से पूछताछ पर आरोपित मान्या चावला ने हत्या करना स्वीकार किया। आरोपित ने बताया कि मृतक बंसत साहू झाड़-फूंक करना जानता था, जिससे आरोपित रौनक सिंह छाबडा उर्फ मान्या चावला तंत्र-मंत्र की विद्या सिख रहा था। मृतक बंसत साहू और आरोपित के बीच गुरू-चेला का संबंध था। दोनों 31 जनवरी की रात करीब 12 बजे श्मसान घाट पर तंत्र साधना करने आये हुए थे। जहां पर आरोपित मान्या चावला को किसी साधु ने बताया था कि यदि तंत्र साधना करते हुए किसी व्यक्ति को मारकर जीवित अवस्था में उसके खून को पीया जाये तो तंत्र साधक को शक्तियां प्राप्त हो जाती है।

इसी कारण आरोपित ने तंत्र साधना कर रहे बसंत साहू के सिर पर डंडा से प्राण घातक हमला कर मृतक के जीवित अवस्था में बहते हुए खून को काले रंग के मिट्टी के बर्तन में लेकर पीया और बाद में जीवित अवस्था में मृतक के गुप्तांग में डंडा डालकर व आग से जलाकर हत्या कर दी।

एनीकट किनारे श्मशान घाट में मिली थी अधजली लाश

गौरतलब है कि एक फरवरी को ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी कि पैरी नदी के एनीकट किनारे श्मशान घाट के पास एक व्यक्ति की अधजली लाश पड़ी हुई है। घटना स्थल पहुंचकर पुलिस टीम ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराया और शव की पहचान के बाद अंतिम संस्कार के लिए स्वजन को सौंप दिए थे।

वहीं प्रार्थी देवेंद्र साहू ने पुलिस को जानकारी दी कि उनके पिता 31 जनवरी की रात लगभग आठ बजे उनके घर से मान्या चावला के साथ मोटर साइकिल में इलाज कराने के नाम से निकले थे, जो घर वापस नहीं आया है। इस दौरान अधजली लाश मिलने पर जब पहचान कराई गई तो मृतक का चेहरा एवं अधजले कपड़े देखकर मृतक की पहचान हुई।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

5 × 4 =

Back to top button