इन उपायों को करने से जातक के जीवन में व्याप्त सभी परेशानियां दूर हो जाती हैं..

 धार्मिक मान्यता है कि पूर्णिमा के दिन श्रद्धा भाव से भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा उपासना करने से व्यक्ति के सभी मनोरथ पूर्ण होते हैं। साथ ही घर में सुख शांति और धन का आगमन होता है।

हिंदी पंचांग के अनुसार, हर माह में शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी के अगले दिन पूर्णिमा तिथि पड़ती है। इस प्रकार साल 2023 में 5 मई को वैशाख पूर्णिमा है। वैशाख पूर्णिमा के दिन साल का पहला चंद्र ग्रहण पड़ने वाला है। सनातन धर्म में पूर्णिमा तिथि का विशेष महत्व है। इस दिन जगत के पालनहार भगवान श्रीहरि विष्णु और धन की देवी मां लक्ष्मी की पूजा उपासना की जाती है। धार्मिक मान्यता है कि पूर्णिमा के दिन श्रद्धा भाव से भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा उपासना करने से व्यक्ति के सभी मनोरथ पूर्ण होते हैं। साथ ही घर में सुख, शांति और धन का आगमन होता है। पूर्णिमा तिथि पर श्री सत्यनारायण पूजा करने का भी विधान है। इसके अलावा, पूर्णिमा तिथि पर विशेष उपाय भी किए जाते हैं। इन उपायों को करने से जातक के जीवन में व्याप्त सभी परेशानियां दूर हो जाती हैं। आइए जानते हैं-

-जगत के पालनहार भगवान विष्णु को तुलसी अति प्रिय है। अतः वैशाख पूर्णिमा के दिन तुलसी दल न तोड़ें। तुलसी दल तोड़ने से भगवान विष्णु अप्रसन्न होते हैं। इससे जातक को जीवन में कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है।

-अगर आपके वैवाहिक जीवन में परेशानी है। आसान शब्दों में कहें तो कलह की स्थिति है, तो वैशाख पूर्णिमा की संध्या में पति और पत्नी चंद्रदेव को दूध का अर्घ्य दें। इससे चंद्र मजबूत होता है। चन्द्रमा मन का कारक होता है। चन्द्रमा मजबूत रहने से परिवार के सदस्यों के बीच प्यार और स्नेह बना रहता है। इस उपाय को करने से दांपत्य जीवन में खुशहाली आती है।

-वैशाख पूर्णिमा के दिन धन की देवी मां लक्ष्मी और जगत के पालनहार भगवान विष्णु की पूजा उपासना करें। इससे घर में धन का आगमन होता है। साथ ही जातक की हर मनोकामना शीघ्र पूर्ण होती है।

-अगर आप मानसिक तनाव और पारिवारिक कलह से परेशान हैं, तो वैशाख पूर्णिमा के दिन स्नान-ध्यान करने के बाद पवित्र ग्रंथ ‘गीता’ का पाठ करें। धार्मिक मान्यता है कि ‘गीता’ का पाठ करने से जातक पर नारायण की विशेष कृपा बरसती है।

-सनातन धर्म में पूर्णिमा तिथि पर गंगा स्नान का विधान है। अतः वैशाख पूर्णिमा के दिन गंगा स्नान जरूर करें। अगर गंगा नदी में स्नान संभव नहीं है, तो पानी में गंगाजल मिलाकर स्नान करें। इस दिन गंगा स्नान करने से व्यक्ति के सभी पाप कट जाते हैं।

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