त्वचा की दिक्कत से जूझ रही थीं,प्रिंसेस डायना

वेल्स की राजकुमारी डायना रॉयल परिवार की सबसे खास शख्यियत में से थीं। उनकी पॉपुलैरिटी सिर्फ ब्रिटेन तक सीमित नहीं थी बल्कि दुनियाभर में उनके चाहने वाले की लिस्ट काफी लंबी है। आज उनकी मौत के 25 साल बाद लोग उनकी याद में आंसू बहाते हैं।

वेल्स की राजकुमारी डायना, रॉयल खानदान की सबसे पॉपुलर शख्सियत थीं। न सिर्फ ब्रिटेन बल्कि दुनिया भर के लोग उन्हें बेहद पसंद करते थे। उनकी मौत के 25 साल बाद भी लोग उनकी याद में आंसू बहा रहेहैं। डायना की सक्रियता और ग्लैमर ने उन्हें एक अंतरराष्ट्रीय आइकन बना दिया।

ख़ूबसूरती के चर्चे

1992 में प्रिंस चार्ल्स (जो अब किंग चार्ल्स तृतीय हैं) से अलग होने के बाद, उनके चाहने वालों ने डायना को ‘दिल की रानी’ कहना शुरू कर दिया था। डायना के एलीगेंस और खूबसूरती के चर्चे दुनिया भर में थे।

त्वचा की दिक्कत से जूझ रही थीं

हालांकि, क्या आप जानती हैं कि प्रिंसेस डायना भी त्वचा की एक स्थिति से जूझ रही थीं। इसे रोज़ेशिया कहा जाता है, जिसमें स्किन लाल हो जाती है और छोटे दानों भी हो जाते है।

क्या है रोज़ेशिया

यह त्वचा से जुड़ी एक स्थिति है, जो लंबे समय तक परेशान करती है, खासतौर पर चेहरे को। इससे पिंपल्स, सूजन और छोटे-छोटे दाने चेहरे पर रहते ही हैं।

डायना इस स्थिति को कैसे मैनेज करती थीं

क्योंकि डायना रोज़ेशिया से लंबे समय से जूझ रही थीं, इसलिए उन्हें ब्यूटी प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल भी सोच समझकर करना पड़ता था।

त्वचा का खास ध्यान रखती थीं

डायना अपनी त्वचा को लेकर काफी सचेत थीं। उनकी मेकअप आर्टिस्ट मैरी ग्रीनवेल ने बताया था कि वह हमेशा सोने से पहले मेकअप उतारती थीं, चेहरे को साफ करती थीं। साथ ही मेकअप करने से पहले चेहरा ज़रूर साफ करती थीं।

स्किन केयर रुटीन का पालन करती थीं डायना

ग्रीनवेल के मुताबिक, प्रिंसेस डायना क्लेंज़िंग, टोनिंग और मॉइश्चराइज़िंग का पालन दिन में दो बार करती थीं। सीरम के साथ वह सनब्लॉक का इस्तेमाल नहीं भूलती थीं।

हालांकि, त्वचा की इस तकलीफदेह स्थिति के बावजूद प्रिंसेस डायना बेहद खूबसूरत थीं

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