भारत में सिटी बैंक का रिटेल कारोबार 1 मार्च से एक्सिस बैंक को स्थानांतरित हो जाएगा..

भारत सहित 13 देशों में रिटेल बैंकिंग ऑपरेशन से बाहर निकलने के निर्णय की घोषणा की थी। इसके तहत बैंक अब अपने दफ्तरों को बंद करने की प्रक्रिया शुरू कर चुका है। एक्सिस बैंक को इसके लिए भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग से मंजूरी मिली थी।

भारत में सिटी बैंक का रिटेल कारोबार 1 मार्च से एक्सिस बैंक को स्थानांतरित हो जाएगा। इसी के साथ सिटी के कंज्यूमर बिजनेस को स्थानांतरित करने की प्रक्रिया का अंतिम चरण पूरा हो जाएगा, जो पिछले साल मार्च में शुरू हुआ था। भारत में सिटी बैंक के रिटेल बिजनेस में क्रेडिट कार्ड, गृह और व्यक्तिगत ऋण, खुदरा  बैंकिंग और बीमा वितरण शामिल हैं।

2021 में सिटीग्रुप ने घोषणा की थी कि वह भारत सहित 13 देशों के खुदरा बैंकिंग ऑपरेशन से बाहर निकल जाएगा। इस अधिग्रहण के साथ, सिटी बैंक  के खुदरा ग्राहक एक्सिस बैंक में स्थानांतरित हो जाएंगे।

2021 में सिटीग्रुप ने घोषणा की थी कि वह भारत सहित 13 देशों के खुदरा बैंकिंग ऑपरेशन से बाहर निकल जाएगा। इस अधिग्रहण के साथ, सिटी बैंक (Citibank) के खुदरा ग्राहक एक्सिस बैंक में स्थानांतरित हो जाएंगे।

सिटी बैंक के रिटेल बिजनेस का मर्जर

भारत के सबसे पुराने विदेशी बैंकों में से एक सिटी बैंक ने कुछ दिनों पहले एक्सिस बैंक द्वारा अपने खुदरा व्यापार रिटेल बिजनेस का अधिग्रहण किए जाने के बाद कोलकाता में ऐतिहासिक कनक बिल्डिंग कार्यालय से अपना साइनबोर्ड हटा दिया था। पिछले हफ्ते एक्सिस बैंक ने स्टॉक एक्सचेंजों में किए गए एक नियामकीय फाइलिंग में सूचित किया था कि 1 मार्च, 2023 तक सिटी बैंक इंडिया के उपभोक्ता व्यवसाय और सिटीकॉर्प के एनबीएफसी व्यवसाय का अधिग्रहण पूरा कर लिए जाने की पूरी संभावना है।

क्सिस बैंक ने कहा था कि ‘हम सूचित करना चाहते हैं कि दोनों पक्षों ने एकीकरण पर प्रगति की है और इसके लागू होने के लिए  ग्राहकों की सहमति और अनुमोदन प्राप्त कर लिए हैं। एक्सिस बैंक ने कहा, अब तक हुई प्रगति के आधार पर हम 1 मार्च, 2023 तक अधिग्रहण पूरा होने की उम्मीद करते हैं, जो कि 12 महीने की तयशुदा समय सीमा के भीतर है।’

पिछले साल हुआ था समझौता

एक्सिस और सिटी के बीच समझौता पिछले साल मार्च में हुआ था। एक्सिस बैंक ने पिछले साल कहा था कि वह भारत में सिटी बैंक के उपभोक्ता व्यवसाय को 12,325 करोड़ ($1.6 बिलियन) में खरीदने के लिए समझौते कर चुका है। आपको बता दें कि सिटी बैंक के उपभोक्ता व्यवसाय में ऋण, क्रेडिट कार्ड, धन प्रबंधन और खुदरा बैंकिंग परिचालन शामिल हैं। बैंक के क्रेडिट कार्ड पोर्टफोलियो में समृद्ध ग्राहक शामिल हैं, जिनका औसत खर्च कार्ड उद्योग की तुलना में कहीं अधिक है।

बैंक को इस अधिग्रहण को पूरा करने के लिए 12 महीने का समय दिया गया था। पिछले साल जुलाई में एक्सिस बैंक को इसके लिए भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई) से मंजूरी मिली थी।

डील के बाद एक्सिस में क्या होंगे बदलाव

इस डील के बाद एक्सिस का पोर्टफोलियो पहले से कहीं अधिक मजबूत हो जाएगा। इस सौदे के बाद एक्सिस के खाते में 25 लाख उपयोगकर्ता जुड़ जाएंगे। इनका क्रेडिट कार्ड पोर्टफोलियो, 50,200 करोड़ रुपये की जमा राशि सब कुछ एक्सिस का हो जाएगा।

भारत के सिटी के सात कार्यालय, 21 शाखाएं और सिटी के 499 एटीएम का नेटवर्क भी एक्सिस के पास चला जाएगा। सिटी बैंक के 25 लाख कार्ड एक्सिस बैंक के हो जाएंगे और इससे कार्ड पोर्टफोलियो की बैलेंस शीट 57% तक बढ़ जाएगी। यह देश के तीन शीर्ष 3 कार्ड बिजनेस प्रोवाइडर्स में से एक हो जाएगा।

मतलब साफ है कि सिटी बैंक का क्रेडिट कार्ड, रिटेल बैंकिंग, वेल्थ मैनेजमेंट और कंज्यूमर लोन सेक्शन एक्सिस बैंक का होने जा रहा है। एक रिपोर्ट के अनुसार, डील के बाद एक्सिस बैंक को 2.5 करोड़ से अधिक सेविंग अकाउंट, 20 लाख से अधिक सैलरी अकाउंट मिलने वाले हैं। दोनों बैंकों की डील होने के बाद क्रेडिट कार्ड धारकों की संख्या एक्सिस बैंक का स्थान आईसीआईसीआई बैंक के बाद दूसरे नंबर पर होगा। 

एक्सिस बैंक ने तीसरी तिमाही के राजकोषीय शुद्ध लाभ में 62% की वृद्धि दर्ज की। 31 दिसंबर को समाप्त तिमाही के लिए बैंक का मुनाफा  एक साल पहले 3,614 करोड़ से बढ़कर 5,853 करोड़ हो गया।

ग्राहकों के लिए होंगे ये बदलाव

आज से भारत में सिटी बैंक का सारा काम एक्सिस की जिम्मेदारी हो जाएगी। सिटी बैंक के लाखों डेबिट, क्रेडिट और सेविंग अकाउंट के ग्राहक एक्सिस बैंक (Axis Bank) के हो जाएंगे। अगर कार्ड ट्रांजैक्शन की बात करें तो सिटी बैंक टॉप पर है। रिजर्व बैंक की एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत में सिटी बैंक के लगभग 25 लाख क्रेडिट कार्ड हैं, जिससे एक महीने में 3,000 करोड़ रुपये से ऊपर का ट्रांजैक्शन होता है।

सिटी बैंक के डेबिट कार्ड की संख्या 14 लाख के पार है। अगर लोन अकाउंट की बात करें तो इनकी संख्या 12 लाख के आसपास हैं।

आज से सिटी के ग्राहकों को एक्सिस बैंक की सर्विस और ऑफर का लाभ मिलना शुरू हो जाएगी। मर्जर की प्रक्रिया के दौरान हो सकता है कि ग्राहकों को कुछ देर के लिए परेशानी हो, लेकिन दोनों बैंकों का दावा है कि ग्राहकों को कोई परेशानी नहीं होगी।

सिटी बैंक के ग्राहकों को एक्सिस बैंक में फिर से केवाईसी कराना होगा। लेकिन यह काम धीरे-धीरे और क्रमिक रूप से किया जाएगा, इसलिए किसी ग्राहक की सर्विस बंद नहीं की जाएगी। अभी तक सिटी बैंक की शाखाओं को बंद करने का कोई प्लान नहीं है। इन ब्रांच में ग्राहकों को उसी तरह की सुविधाएं मिलेंगी, जो सिटी बैंक के समय मिलती थीं।

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