लंदन के विज्ञान संग्रहालय में खुली अदाणी ग्रीन एनर्जी गैलरी

अदाणी एनर्जी गैलरी में एतिहासिक वस्तुओं को डिजिटल और आकर्षक रूप से प्रदर्शित किया गया है। इसमें बताया गया है कि आने वाले समय में हरित क्रांति कितनी जरूरी होगी।

लंदन के विज्ञान संग्रहालय में मंगलवार को अदाणी ग्रीन एनर्जी गैलरी का शुभारंभ हुआ। यह गैलरी बताती है कि जलवायु परिवर्तन से निपटने में नवीकरणीय ऊर्जा किस तरह से मदद करती है। साथ ही यह बताया गया है कि भविष्य में हरित क्रांति एक निर्णायक चुनौती साबित हो सकती है।

तीन अनुभागों में बांटी गई है गैलरी
इस गैलरी में कई देशों की ऐतिहासिक वस्तुओं को डिजिटल माध्यम से आकर्षक बनाया गया है। यह गैलरी दिखाती है कि किस तरह नवाचार के माध्यम से भूत, वर्तमान और भविष्य को आकार दिया जा सकता है। अदाणी ग्रीन एनर्जी गैलरी को तीन अनुभागों में बांटा गया है। तीनों ही अनुभागों में यह बताने की कोशिश की गई है कि इस सदी की निर्णायक चुनैौतियां क्या होंगी।

फ्यूचर प्लैनेट अनुभाग
यहां आने वाले लोग यह पता लगा सकते हैं कि वैज्ञानिक हमारे ग्रह को समझने के लिए किस तरह जटिल कंप्यूटर-आधारित मॉडल का इस्तेमाल करते हैं। साथ ही इस अनुभाग में यह बताया गया है कि हमें जलवायु भविष्य के बारे में क्या क्या पता होना चाहिए।

फ्यूचर एनर्जी अनुभाग
इस अनुभाग में यह बताने की कोशिश की गई है कि ऊर्जा की आपूर्ति और उपयोग कैसे किया जाता है। इसे ऐतिहासिक कलाकृतियों की मदद से उजागर किया गया है।

हमारा भविष्य अनुभाग
इस अनुभाग में विज्ञान और तकनीकि की मदद एक नई दुनिया दिखाई गई है। इस नई दुनिया मेंं में बच्चों के रचनात्मक विचारों को शामिल किया गया है। इसमें बताया गया है कि दुनिया अपनी भविष्य की ऊर्जा जरूरतों को किस तरह से पूरा करेगी।

कार्बन मुक्त दुनिया के बारे में जानेंगे लोग
आपको बता दें कि अदाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (एजीईएल) भारत की सबसे बड़ी और दुनिया की अग्रणी नवीकरणीय ऊर्जा कंपनियों में से एक है। कंपनी के कार्यकारी निदेशक सागर अदाणी का कहना है कि यह कंपनी दुनिया की सबसे बड़ी नवीकरणीय ऊर्जा कंपनियों में से एक है। हमारा उद्देश्य गैलरी के माध्यम से युवा दिमागों और वैज्ञानिकों को स्वच्छ ऊर्जा द्वारा संचालित कार्बन मुक्त दुनिया बनाने के लिए प्रेरित करना है।

विज्ञान संग्रहालय ने क्या कहा?
अदाणी ग्रीन एनर्जी गैलरी को लंदन विज्ञान संग्रहालय ने आश्चर्यजनक बताया है। संग्रहालय के निदेशक सर इयान ब्लैचफोर्ड ने कहा कि यह गैलरी जिज्ञासा जगाने के लिए पर्याप्त है। उन्होंने कहा कि विश्व को सतत रूप से ऊर्जा उत्पन्न करने और उपयोग करने की आवश्यकता है।

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