मोहम्मद यूनुस के तल्ख बयानों के बीच भारत ने बांग्लादेश को दी बड़ी सौगात

शेख हसीना के प्रधानमंत्री पद और देश छोड़ने के बाद भारत और बांग्लादेश के बीच पहली जैसी बात नहीं रह गई है। हिंदुओं के खिलाफ हो रही हिंसा ने भारत की चिंता बढ़ा दी है। इस बीच अंतरिम सरकार के कई मंत्रियों के बयान से भी तल्खी बढ़ी है। वहीं बांग्लादेश में कट्टरपंथियों के उदय से भारत के सामने असहज स्थित पैदा हो गई है। मगर भारत सरकार ने हमेशा बांग्लादेश को सहयोग देने का भरोसा दिया। इस बीच भारत ने बांग्लादेश को एक नई सौगात दी है।

भारत ने प्याज से हटाया निर्यात शुल्क
चार महीने और नौ दिन बाद भारत ने बांग्लादेश जाने वाले प्याज पर से 40 फीसदी निर्यात शुल्क हटा लिया। इससे बांग्लादेश के हर परिवार को राहत मिलेगी। बाढ़ की वजह से वहां सब्जियों खासकर प्याज के दाम आसमान छूने लगे हैं। बांग्लादेश के व्यापारियों का मानना है कि भारत के इस फैसले से प्याज का आयात बढ़ेगा और कीमतों में भी कमी आएगी।

ढाका ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक भारत में विदेश व्यापार महानिदेशक (DGFT) संतोष कुमार सारंगी का हस्ताक्षरित एक पत्र भारतीय व्यापारियों को मिला है। इसी पत्र के माध्यम से उन्होंने बांग्लादेश के व्यापारियों को सूचना दी है।

बांग्लादेश के व्यापारियों ने क्या कहा?
रिपोर्ट के मुताबिक हिली लैंड पोर्ट से प्याज का आयात करने वाले शाहिदुल इस्लाम और मामुनुर रशीद ने बताया कि भारत ने मूल्य वृद्धि और घरेलू बाजार में कमी की वजह से पांच महीने प्याज के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया था। मई में प्रतिबंध हटाने के बाद 40% निर्यात शुल्क लगा दिया। इस वजह से बांग्लादेश में प्याज की कीमतों में इजाफा हुआ। बाद में बांग्लादेश के व्यापारियों को मिस्र और पाकिस्तान से प्याज का आयात करना पड़ा।

मई में भारत ने लगाया था निर्यात शुल्क
पिछले साल भारत ने प्याज के निर्यात पर रोक लगा दी दी। यह प्रतिबंध 31 मार्च तक लगाया गया था। मगर उससे पहले 23 मार्च भारत सरकार ने प्रतिबंध को अनिश्चित काल की खातिर बढा दिया था। हालांकि बाद में चार मई को सरकार ने प्रतिबंध तो हटा लिया मगर 40 फीसदी निर्यात शुल्क लगा दिया। बांग्लादेश के व्यापारियों को मानना है कि अब निर्यात शुल्क हटाने से भारत से प्याज की आमद बढ़ेगी और घरेलू बाजार में कीमतों में गिरावट आएगी।

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