क्या ईरान के अगले सुप्रीम लीडर होंगे मोजतबा? खामेनेई ने अचानक बेटे को क्यों चुना उत्तराधिकारी

इजरायल से ईरान के बढ़ते तनाव के बीच ईरान की राजनीति में बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, ईरान के सर्वोच्च नेता अली खामेनेई कोमा में चले गए हैं और ‘गंभीर रूप से बीमार’हैं। ईरान के सुप्रीम लीडर खामेनेई ने अचानक बेटे को अपना उत्तराधिकारी चुन पूरी दुनिया को चौंका दिया है। खामेनेई ने अपने बेटे मोजतबा को अपनी गद्दी सौंपी है। हालांकि अभी तक ईरान की तरफ से इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।

बता दें कि यह बात ईरान इंटरनेशनल की एक रिपोर्ट में सामने आई है। ऐसा दावा किया जा रहा है कि अधिकारियों ने पिछले महीने एक सीक्रेट मीटिंग के दौरान खामेनेई के उत्तराधिकारी का चुनाव किया।

खामेनेई ने मोजतबा अमानी के साथ की बैठक

खामेनेई के एक्स अकाउंट पर एक फोटो पोस्ट की गई है। फोटो में वह लेबनान में ईरान के राजदूत मोजतबा अमानी से उनके कार्यालय में बात करते नजर आ रहे हैं। फारसी में लिखा है,”इस्लामिक क्रांति के नेता अयातुल्ला खामेनेई ने आज दोपहर में लेबनान में ईरान के इस्लामी गणराज्य के अनुभवी राजदूत मोजतबा अमानी से मुलाकात की और दैनिक बैठकों के मौके पर उनसे बातचीत की।”

कौन है मोजतबा?

मोजतबा खामेनेई ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्लाह अली खामेनेई के दूसरे और छोटे बेटे हैं। वह 1987 से 1988 तक ईरान-इराक युद्ध में भाग ले चुके हैं। मोजतबा का जन्म 1969 में मशहद में हुआ था। उन्होंने ग्रैजुएशन के बाद धर्मशास्त्र का अध्ययन किया। इसके बाद 1999 में मौलवी बनने के लिए कोम में पढ़ाई की। वह अपने पिता की तरह की इस्लामिक मामलों के जानकार हैं।

अमानी उन लगभग 3,000 लोगों में शामिल थे जो सितंबर में लेबनान में ईरान समर्थित हिजबुल्लाह समूह की तरफ से इस्तेमाल किए जाने वाले पेजर और वॉकी-टॉकी में विस्फोट से घायल हो गए थे। हमले में कम से कम 39 लोग भी मारे गए, जिसका आरोप ईरान और हिजबुल्लाह ने इजरायल पर लगाया।

इजरायल को लेकर खामेनेई का बड़ा बयान

एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि अमानी ने उन्हें अपनी लेटेस्ट स्वास्थ्य स्थिति की रिपोर्ट सौंपी। वहीं बता दें कि पिछले महीने, ईरान की तरफ से इजरायल में महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे को निशाना बनाकर 180 मिसाइलें लॉन्च करने के बाद अयातुल्ला अली खामेनेई ने पांच साल में अपना पहला उपदेश दिया था। उन्होंने कहा कि इजरायल “लंबे समय तक नहीं टिकेगा” क्योंकि उन्होंने 5 अक्टूबर को अपने बयान में इजरायल के खिलाफ फलस्तीनी और लेबनानी आंदोलनों का समर्थन किया था।तेहरान की एक मस्जिद में हजारों समर्थकों को संबोधित करते हुए, खामेनेई ने इजरायल पर अपने मिसाइल हमलों को “सार्वजनिक सेवा” के रूप में उचित ठहराया। बोलते समय बंदूक थामे हुए, ईरान नेता ने घोषणा की कि इजराइल हमास या हिजबुल्लाह के खिलाफ जीत नहीं पाएगा।

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