यूपी: तिरंगा यात्रा के दौरान धर्मस्थल के सामने डीजे रोकने पर बवाल

मांडा थाना क्षेत्र के कूदर गांव में शुक्रवार दोपहर तिरंगा यात्रा के दौरान एक धर्मस्थल के पास डीजे रोकने को लेकर दो समुदाय आमने-सामने आ गए। इस दौरान कहासुनी, हाथापाई, डीजे व मोबाइल तोड़ने और झंडा फाड़ने का आरोप लगा। हंगामे के बीच पीड़ित का मोबाइल भी गायब हो गया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने दोनों पक्षों को शांत कराया। डीजे संचालक ने 11 लोगों के खिलाफ थाने में तहरीर दी है। मुकदमा दर्ज कर पुलिस मामले की छानबीन में जुट गई है।

सोनकर नवयुवक कमेटी की ओर से 15 अगस्त को पियरी से हाटा तक तिरंगा यात्रा का आयोजन किया गया था। दोपहर करीब एक बजे पियरी से यात्रा शुरू हुई, जिसमें कोरांव थाना क्षेत्र के रत्यौरा गांव निवासी विकास कुमार हालपता थाना मांडा गांव पियरी का डीजे भी शामिल था। करीब 15 मिनट बाद यात्रा कूदर गांव में एक धर्मस्थल के पास पहुंची तो दूसरे समुदाय के कुछ लोगों ने डीजे बजाने से मना कर दिया।

तिरंगा फाड़ने और पैर से कुचलने का आरोप

आरोप है कि इस दौरान डीजे संचालक को रोककर धक्का-मुक्की और हाथापाई की गई। तहरीर में कहा गया है कि कूदर निवासी आरोपी सुल्तान, सरफराज, तस्लीम, अयान, साहिल, सलमान, सूफी, नसीम, सुहेल, अब्दुल समद और मुजम्मिल ने डीजे रोक दिया। जातिसूचक गालियां दीं और तिरंगा झंडा फाड़कर नीचे फेंक दिया और पैर से कुचल दिया। आरोप यह भी है कि डीजे और मोबाइल तोड़ा-फोड़ा गया, जबकि हंगामे के दौरान पीड़ित का मोबाइल भी गायब हो गया। इस दौरान शिवशंकर, सतीश, शिवराज, पंकज सोनकर को चोटें आईं।

घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों पक्षों को समझा-बुझाकर मामला शांत कराया। इसके बाद तिरंगा यात्रा में शामिल लोग देर शाम मांडा थाने पहुंचे और आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। थाना प्रभारी मांडा शैलेंद्र सिंह ने बताया कि तिरंगा यात्रा निकालते समय मामूली बात को लेकर विवाद हुआ था, जिसमें धक्का-मुक्की हुई। पीड़ित की तहरीर पर सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है।

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