भारत को तीन मिसाइलें देगा इस्राइल, नई ऊंचाइयों पर पहुंचेगा दोनों देशों का रक्षा सहयोग

भारत और इस्राइल के बीच रक्षा सहयोग मजबूत हुआ है। हाल में हुए समझौते के तहत इस्राइल भारत को तीन शक्तिशाली मिसाइलें देगा, जिन्हें भारत में भी बनाया जाएगा। 2020-24 में इस्राइल की रक्षा बिक्री का 34% हिस्सा भारत ने खरीदा। इस सौदे से भारत की एयरोस्पेस और क्रूज मिसाइल क्षमताएं बढ़ेंगी, जो जमीन और समुद्र दोनों लक्ष्यों पर प्रभावी हैं।
इस्राइल हाल में हुए एक समझौते के तहत भारत को तीन नई मिसाइलें देगा। इससे दोनों देशों के बीच रक्षा सहयोग और भी मजबूत होकर नई ऊंचाइयों पर पहुंचेगा। इस्राइल और भारत के बीच रक्षा सहयोग को मजबूत करने के लिए पिछले हफ्ते दोनों देशों के रक्षा सचिवों ने एक महत्वपूर्ण एमओयू पर हस्ताक्षर किए हैं। इसके लिए भारतीय रक्षा मंत्रालय का एक प्रतिनिधिमंडल गुप्त रूप से इस्राइल गया था।
यह सौदा भारतीय रक्षा मंत्रालय के एक प्रतिनिधिमंडल की इस्राइल की गुप्त यात्रा के दौरान हुआ। इसके तहत इस्राइल अपनी तीन शक्तिशाली मिसाइलों को भारत को सौंपेगा। इन मिसाइलों का भारत में भी निर्माण किया जाएगा। भारत इस्राइल के रक्षा निर्यात का सबसे बड़ा खरीदार है।
रक्षा बिक्री का करीब 34 फीसदी हिस्सा भारत ने खरीदा
2020 से 2024 के बीच इस्राइल की कुल रक्षा बिक्री का करीब 34 फीसदी हिस्सा अकेले भारत ने खरीदा। यरूशलम पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, इस एमओयू के तहत भारत न केवल इस्राइल एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज (आईएआई) की एयर लॉरा बैलिस्टिक मिसाइलों और राफेल एडवांस्ड डिफेंस सिस्टम्स आइस ब्रेकर क्रूज मिसाइलों की खरीद कर सकेगा, बल्कि उनका निर्माण भी कर सकेगा। भारत भी आइस ब्रेकर क्रूज मिसाइल में भी दिलचस्पी ले रहा है, इसकी मारक क्षमता करीब 300 किमी है। यह जमीन और समुद्र दोनों लक्ष्यों पर काम करती है, इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर परिस्थितियों में भी प्रभावी रहती है।



