23 दिन और 8 वनडे तय करेंगे टीम इंडिया की वर्ल्ड कप की तस्वीर
भारतीय क्रिकेट टीम ऑस्ट्रेलिया में ऐतिहासिक टेस्ट सीरीज जीतने के बाद ‘वर्ल्ड कप मोड’ में आ गई है. अब वह करीब दो महीने टारगेट वर्ल्ड कप के तहत मैच खेलेगी. यानी, भारतीय टीम अब जब मैदान पर उतरेगी, तो उसका इरादा सिर्फ विरोधी टीम को शिकस्त देना नहीं होगा, बल्कि वह अपने कॉम्बिनेशन को भी परख रही होगी. टीम ने इसी कारण अपने नंबर-1 गेंदबाज को रेस्ट दिया है. जाहिर है, अब कई खिलाड़ी परखे जाएंगे. इनमें से कुछ खिलाड़ियों का वर्ल्ड कप खेलने का सपना मजबूत होगा और कुछ की उम्मीदों पर तलवार चल जाएगी. आईसीसी वनडे वर्ल्ड कप (World Cup 2019) इंग्लैंड में 30 मई से खेला जाएगा.
23 दिन में खेले जाएंगे 8 वनडे
भारतीय टीम वर्ल्ड कप से पहले 13 वनडे खेलेगी. इनमें से आठ वनडे ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड दौरे पर 12 जनवरी से तीन फरवरी के बीच खेले जाएंगे. यानी, सिर्फ 23 दिन में आठ वनडे मैच होंगे. इसके बाद ऑस्ट्रेलिया की टीम भारत दौरे पर आएगी. ऑस्ट्रेलिया की टीम भारत में पांच वनडे मैच खेलेगी. भारत के वनडे मैचों के कार्यक्रम को देखकर कहा जा सकता है कि टीम की तस्वीर ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड दौरे पर ही साफ हो जाएगी. भारत में होने वाली घरेलू सीरीज में प्रदर्शन से टीम इंडिया की सूरत में ज्यादा फर्क नहीं पड़ेगा. ऐसे में ऑस्ट्रेलिया-न्यूजीलैंड में होने वाली वनडे सीरीज का महत्व बढ़ गया है. ऐसे में इन 5 खिलाड़ियों पर सबकी नजर रहेगी:
बड़ा सवाल- एमएस धोनी के बल्ले से निकलेंगे रन?
महेंद्र सिंह धोनी के लिए 2018 साल बेहद खराब रहा. वे इस साल 20 वनडे खेलकर भी एक भी अर्धशतक नहीं लगा पाए. उनका 2018 में सर्वोच्च स्कोर 42 रन रहा. धोनी ने इस साल 25.00 की औसत से 275 रन बनाए. कप्तान विराट कोहली बार-बार धोनी के अनुभव की अहमियत बता चुके हैं. एमएस धोनी को डीआरएस लेने का विशेषज्ञ भी माना जाता है. लेकिन यह तय है कि अगर धोनी, ऑस्ट्रेलिया-न्यूजीलैंड में रन नहीं बना पाते, तो वे उन पर दबाव बन जाएगा.
क्या दिनेश कार्तिक बचा पाएंगे टीम में जगह?
महेंद्र सिंह धोनी की तरह दिनेश कार्तिक के प्रदर्शन पर भी सबकी नजरें रहेंगी. कार्तिक ऑस्ट्रेलिया दौरे पर टीम में बतौर विशेषज्ञ बल्लेबाज हैं. जबसे धोनी का ‘फिनिशिंग का जादू’ गायब हुआ है, तब से दूसरे बल्लेबाजों पर यह भूमिका निभाने की जिम्मेदारी आ गई है. कार्तिक कई बार इस भूमिका में सफल रहे हैं. हालांकि, बड़ा सवाल यह भी है कि क्या वे प्लेइंग-11 में जगह बना पाएंगे? एक संभावना यह भी है दिनेश कार्तिक को कुछ मैच खेलकर टीम से बाहर होना पड़े, ताकि उनकी जगह ऋषभ पंत को शामिल किया जा सके.
खलील की कामयाबी तय करेगी टीम का पेस-अटैक
भारतीय टीम के पास तेज गेंदबाजी से लेकर स्पिन बॉलिंग तक में विविधता है. लेकिन एक कमी भी है. टीम के अटैक में बस एक कमी महसूस की जाती है और वह है बाएं हाथ का बेहतरीन तेज गेंदबाज खलील अहमद, इस कमी को पूरा कर सकते हैं. ‘टोंक एक्सप्रेस’ के नाम से मशहूर खलील का वनडे करियर अभी सिर्फ चार महीने का है. उन्होंने छह मैच में 11 विकेट लिए हैं. अगर खलील अगले 23 दिन में अच्छा प्रदर्शन करते हैं, तो भारत के गेंदबाजी अटैक की एकमात्र कमी दूर हो जाएगी. अगर खलील नाकाम रहे, तो यह वर्ल्ड कप से पहले भारत के लिए यह बड़ा झटका होगा.
शमी का दूसरे वर्ल्ड कप का सपना यहीं तय होगा
मोहम्मद शमी को भारत के बेहतरीन गेंदबाजों में शामिल किया जाता है, लेकिन उनमें निरंतरता की कमी है. भुवनेश्वर कुमार और जसप्रीत बुमराह की जोड़ी बनने के बाद शमी को खेलने का मौका कम मिला है. वे दो साल में सिर्फ पांच वनडे मैच खेल पाए हैं. अब उन्हें एक पूरी लंबी सीरीज में मौका मिला है. अब यह देखना होगा कि वे इस मौके का कितना फायदा उठाते हैं. अगर वे आस्ट्रेलिया-न्यूजीलैंड सीरीज में अच्छा खेल पाए, तभी उनका दूसरा वर्ल्ड कप खेलने का सपना पूरा हो पाएगा. शमी ने 2015 में आस्ट्रेलिया में खेले गए विश्व कप के सात मैचों में 17 विकेट लिए थे.
तारीख | विरोधी टीम | मैच | स्थान |
12 जनवरी | ऑस्ट्रेलिया | पहला वनडे | सिडनी |
15 जनवरी | ऑस्ट्रेलिया | दूसरा वनडे | एडिलेड |
18 जनवरी | ऑस्ट्रेलिया | तीसरा वनडे | मेलबर्न |
23 जनवरी | न्यूजीलैंड | पहला वनडे | नेपियर |
26 जनवरी | न्यूजीलैंड | दूसरा वनडे | माउंट मोउनगुई |
28 जनवरी | न्यूजीलैंड | तीसरा वनडे | माउंट मोउनगुई |
31 जनवरी | न्यूजीलैंड | चौथा वनडे | हैमिल्टन |
3 फरवरी | न्यूजीलैंड | पांचवां वनडे | वेलिंगटन |
रिस्ट स्पिनर कुलदीप यादव/युजवेंद्र चहल में होगी टक्कर
पांचवें खिलाड़ी के तौर पर दोनों रिस्ट स्पिनर कुलदीप यादव और युजवेंद्र चहल को रखा जा सकता है. इन दोनों स्पिनरों के बीच वर्ल्ड कप की टीम में जगह बनाने की प्रतिस्पर्धा है. चाइनामैन कुलदीप ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चौथे टेस्ट में अच्छा प्रदर्शन कर लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल से आगे निकल गए हैं. कोच रवि शास्त्री ने माना है कि कुलदीप स्पिनर के तौर पर वर्ल्ड कप के लिए टीम इंडिया की पहली पसंद हो सकते हैं. ऐसे में अगर कुलदीप अपना प्रदर्शन बरकरार रखते हैं, तो वे 30 मई से इंग्लैंड में होने वाले वर्ल्ड कप की टीम में जगह पक्की कर लेंगे. युजवेंद्र के पास वर्ल्ड कप का टिकट कटाने का यह आखिरी मौका होगा, लेकिन इसके लिए उन्हें कुलदीप से बेहतर प्रदर्शन करना होगा.