भारतीय-अमेरिकी सांसद थानेदार की उम्मीदवारी का समर्थन नहीं करेगा ब्लैक कॉकस

ब्लैक कॉकस के अध्यक्ष स्टीवन हॉर्सफोर्ड ने डेमोक्रेटिक प्राइमरी में थानेदार के स्थान पर एडम हॉलियर का समर्थन करने का एलान किया है। अमेरिका की राजनीति में शायद यह पहली बार है जब कोई मौजूदा सांसद किसी पार्टी नेता के खिलाफ विरोध कर रहा है।

अमेरीकी संसद में अश्वेत सांसदों के शक्तिशाली समूह ‘ब्लैक कॉकस’ में सियासी उतार-चढ़ाव जारी है। फिलहाल इस समूह में कुछ ऐसा चल रहा है, जो पहले कभी नहीं देखा गया। ब्लैक कॉकस ने मौजूदा सांसदों में से एक भारतीय अमेरिकी सांसद श्री थानेदार को बाहर करने के लिए कमर कस ली है। बता दें, थानेदार मिशिगन के संसदीय क्षेत्र से फिर से चुनाव की मांग कर रहे हैं।

एडम हॉलियर का समर्थन करने का एलान
ब्लैक कॉकस के अध्यक्ष स्टीवन हॉर्सफोर्ड और पूर्व अध्यक्ष जॉयसे बीटी ने डेमोक्रेटिक प्राइमरी में थानेदार के स्थान पर एडम हॉलियर का समर्थन करने का एलान किया है। अमेरिका की राजनीति में शायद यह पहली बार है जब कोई मौजूदा सांसद किसी पार्टी नेता के खिलाफ विरोध कर रहा है। बता दें, मिशिगन के 13वें संसदीय क्षेत्र में अश्वेतों का बहुमत है। यह पहली बार था कि प्रतिनिधि सभा में उनका प्रतिनिधित्व करने वाला कोई अश्वेत था।

होलियर की तारीफों के बांधे पुल
हॉर्सफोर्ड का कहना है, ‘अमेरिकी सेना से लेकर राज्यपाल व्हिटमर के मंत्रिमंडल तक, एडम होलियर ने अपना जीवन अपने समुदाय और अपने देश की सेवा में बिताया है। मुझे पता है कि वह एक प्रभावी प्रतिनिधि के रूप में उस सेवा को जारी रखेंगे और लोगों को राजनीति से ऊपर रखेंगे। एडम एक ऐसे नेता हैं जो हमारी स्वतंत्रता की रक्षा करने, हमारे अधिकारों के लिए लड़ने और सभी के लिए अवसर सुनिश्चित करने के महत्व को समझते हैं।’

जॉयसे बीटी ने कहा, ‘होलियर ठीक उसी तरह के नेता हैं जिनकी हमें हमारे साथ खड़े होने की जरूरत है। उन्होंने आगे कहा कि कुछ नेता है, जो सामने आने के बजाय ट्वीट करना पसंद करते हैं। लेकिन एडम हमेशा आगे आकर काम करते हैं।

अमेरिकी मीडिया ने इस पूरे मामले को असामान्य बताया है।

कौन हैं थानेदार
बता दें, थानेदार संसद में मिशिगन का प्रतिनिधित्व करने वाले पहले भारतीय अमेरिकी हैं। उन्होंने साल 2022 में अपने रिपब्लिकन प्रतिद्वंद्वी को 47 फीसदी अंकों से हराया था। पहली तिमाही के दौरान उन्होंने पांच मिलियन डॉलर जुटाए और प्रभावशाली निर्वाचित अधिकारियों व संगठनों से 15 से अधिक समर्थन प्राप्त किए। उनका सांसद अमी बेरा, जूडी चू, रॉबर्ट गार्सिया, मार्सी कप्तूर, रो खन्ना, राजा कृष्णमूर्ति, टेड लियू, सेठ मैगजीनर, ब्रैड शर्मन और दीना टाइटस ने समर्थन किया।

इसके अलावा, मानवाधिकार अभियान, लेबरर्स इंटरनेशनल यूनियन ऑफ नॉर्थ अमेरिका, नेशनल एजुकेशन एसोसिएशन, मिशिगन एजुकेशन एसोसिएशन और न्यूटाउन एक्शन एलायंस ने भी उनका समर्थन किया है।इस महीने की शुरुआत में उन्होंने कहा कि एक साथ मिलकर, हम मिशिगन के सभी निवासियों के लिए प्रगति, समानता और अवसर के लिए लड़ना जारी रखेंगे। वह मतदाताओं की सुन रहे हैं।

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