क्या ‘डेयरी ऋण योजना’ के तहत नाबार्ड सीधे लोन देता है?

नाबार्ड ने कहा है कि वह एक शीर्ष विकास वित्त संस्थान के रुप में, ग्रामीण विकास से जुड़ी विभिन्न वित्तीय संस्थाओं और सहकारी संस्थाओं को वित्तीय सहायता और सहयोग प्रदान करने के लिए काम करता है। नाबार्ड कभी भी अलग-अलग किसानों को सीधे ऋण वितरित नहीं करता है।

राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) ने “नाबार्ड डेयरी ऋण योजना” के बारे में फैलाए जा रहे अफवाहों पर एक बयान जारी कर स्थिति साफ की है। नाबार्ड ने स्पष्ट रूप से उन झूठे दावों का खंडन किया है जिनमें कहा गया है कि, वह डेयरी उद्यमिता विकास योजना के तहत किसानों को डेयरी व्यवसायों के लिए सीधे ऋण प्रदान करता है। नाबार्ड ने स्पष्ट किया है कि उक्त दावों में दी गई जानकारी पूरी तरह से गलत है।

नाबार्ड ने कहा है कि वह एक शीर्ष विकास वित्त संस्थान के रुप में, ग्रामीण विकास से जुड़ी विभिन्न वित्तीय संस्थाओं और सहकारी संस्थाओं को वित्तीय सहायता और सहयोग प्रदान करने के लिए काम करता है। नाबार्ड कभी भी अलग-अलग किसानों को सीधे ऋण वितरित नहीं करता है।

नाबार्ड ने अपने सभी हितधारकों, विशेषकर किसानों और ग्रामीण उद्यमियों को ऐसी गलत सूचनाओं के संबंध में सावधानी बरतने और उनमें विश्वास करने तथा उनका प्रचार-प्रसार करने से बचने के लिए आग्रह किया है। नाबार्ड ने कहा है कि असत्यापित जानकारी से किसी को भी वित्तीय जोखिम और गलतफहमी हो सकती है। नाबार्ड ने कहा है कि विभिन्न योजनाओं की सटीक जानकारी नाबार्ड की आधिकारिक वेबसाइट www.nabard.org से प्राप्त की जा सकती है।

नाबार्ड ने कहा है कि संधारणीय आजीविका को बढ़ावा देने के उद्देश्य से कार्यान्वित की जा रही विभिन्न पहलों और योजनाओं के माध्यम से ग्रामीण विकास और कृषि को बढ़ावा देने के प्रतिबद्ध है। नाबार्ड ने हितधारकों से अपील की है कि, वे सटीक जानकारी का प्रसार सुनिश्चित करने और गलत जानकारी के प्रसार को रोकने में सहायता करें। नाबार्ड ने कहा है कि अधिक स्पष्टीकरण के लिए या पूछताछ के लिए, कृपया सीधे नाबार्ड या उसके निकटतम कार्यालय से संपर्क करें।

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